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OMG कहीं आपके पास तो नहीं पहुंच गए Samsung और Sony के नकली LED TV

गिरोह के सदस्य सैमसंग (Samsung) और सोनी (Sony) जैसी कंपनियों के एलईडी टीवी तैयार कर लोगों को बेच रहे थे.

Updated on: 03 Nov 2019, 10:56 AM

नोएडा:

नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो नामी कंपनियों के नकली एलईडी टीवी (LED TV) तैयार कर उन्हें तीन से चार हजार रुपये सस्ते में ऑनलाइन बाजार में बेच देता थे. गिरोह के सदस्य सैमसंग (Samsung) और सोनी (Sony) जैसी कंपनियों के एलईडी तैयार उन्हें बेच रहे थे. सेक्टर-10 में कंपनी एक साल से सैमसंग व सोनी के ब्रांड का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी कर रही थी. पुलिस ने गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार कर इनके पास से 35 एलईडी जब्त किए हैं. कंपनी का मालिक फरार बताया जा रहा है. गिरोह के लोग कच्चा माल लाकर कर्मचारियों से एलईडी असेंबल कराकर फर्जी लोगो, मोनोग्राम व स्टीकर लगाकर 3 से 4 हजार रुपये सस्ते में बेच देते थे.

ऑनलाइन बाजार में बेचते थे टीवी
गिरोह के सदस्य नकली एलईटी तैयार पर उन्हें नामी ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से बेच देते थे. सस्ती होने के कारण लोग इन्हें खरीद लेते थे. ऑनलाइन बेचने के कारण गिरोह के लोगों को पकड़े जाने का भी डर कम था. प्रभारी एसपी सिटी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सेंट्रो व इको कार में सवार गौरव निवासी पांडव नगर दिल्ली, प्रेम किशोर निवासी मकनपुर गाजियाबाद, बृजेश निवासी चावड़ी बाजार दिल्ली को पकड़ लिया गया, जबकि मुख्य आरोपित अश्वनी कुमार निवासी पांडव नगर दिल्ली फरार हो गया. आरोरियों से मिली जानकारी के बाद सेक्टर-10 स्थित हरिओम इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में छापेमारी की गई. कंपनी ने मोहित कुमार निवासी पटेल नगर दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया.

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कंपनी ने की एलईडी के नकली होने की पुष्टि
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी जानकारी सैमसंग व सोनी कंपनी की टेक्निकल टीम को दी. टीम ने जब इन एलईडी की जांच की तो यह नकली पाए गए. पुलिस ने बताया कि इस ब्रांड का लोगो न मिलने पर फोटोशॉप से इसे तैयार किया गया. एलईडी एसेंबल करते समय इसे इंस्टाल कर देते थे. जब लोग इन कंपनी को चालू करते थे तो उन्हें सैमसंग और सोनी कंपनी के लोगो दिखाई देते थे. इससे टीवी के नकली होने का शक भी नहीं होता था.

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बना रखा था नकली कॉलसेंटर
गिरोह के सदस्यों ने ग्राहकों को सर्विस देने के लिए नकली कॉलसेंटर भी बना रखा था. तीन से चार नंबर कॉल सेंटर के नाम पर देते थे. ग्राहकों को सर्विस की सुविधा भी शुरू की जाती है.