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JNU में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोशों पर कसेगा शिकंजा, पुलिस को मिला अहम सुराग

JNU में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोशों के बारे में मिले अहम सुराग

Updated on: 08 Jan 2020, 06:07 PM

दिल्ली:

दिल्ली पुलिस को जेएनयू में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोश लोगों की पहचान के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. पुलिस मामला सुलझाने के कगार पर हैं. सूत्रों से मिली खबरों के अनुसार लेफ्ट समर्थक छात्र पुलिस जांच को बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं कर रहे हैं. बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने jnu कैंपस में सुरक्षा कर्मियों के बयान दर्ज किए. साथ ही सर्वर रूम में तोड़फोड़ से जुड़े अहम सबूत जुटाने का भी दावा किया. पुलिस सूत्रों की माने तो उन 20 लेफ्ट समर्थित लोगों की पहचान कर ली गयी है, जिन्होंने जेनएयू कैंपस में यूनिवर्सिटी के सर्वर रूम को तहस नहस किया था, लेकिन हॉस्टल में नकाब लगाकर मारपीट करने वालों के बारे में ठोस जानकारी नहीं जुटा पाई है.

पुलिस ने इस मामले में कुल 150 से ज्यादा लोगों की लिस्ट बनाई है, जो पिछले 3 दिन से कैंपस में चल रहे विवाद से कहीं न कहीं जुड़े हैं. crime ब्रांच की टीम ने आज पेरियार होस्टल में जाकर कुछ एबीवीपी से जुड़े छात्रों से पूछताछ की और जानकारी मांगी. गुरुवार को पुलिस जेनएयू छात्र संघ के पदाधिकारियों से पूछताछ करेगी. वहीं मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कुलपति से कहा कि जेएनयू अग्रणी विश्वविद्यालय है और उसे वैसे ही बनाए रखा जाना चाहिए.

जेएनयू शिक्षक महासंघ अश्विनी महापात्रा ने कहा कि हम परिसर में सामान्य स्थिति की अपील करते हैं. JNUTF प्रशासन से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करता है कि जो छात्र नए सेमेस्टर में पंजीकरण कर रहे हैं, उसके साथ किसी भी तरह के उत्पीड़न और जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए.

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के कुलपति एम. जगदीश कुमार ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय में HRD सचिव अमित खरे से मुलाकात की है. बैठक के बाद जगदीश कुमार ने बताया कि एमएचआरडी (MHRD) में अमित खरे और जीसी होसुर से मुलाकात की और उन्हें सामान्य स्थिति लाने के लिए जेएनयू में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी. बता दें कि कैंपस में हिंसा के बाद से ही जेएनयू छात्र संघ जगदीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहा है. एचआरडी सचिव अमित खरे से मुलाकात के बाद कुलपति जगदीश कुमार ने उन्हें बताया कि कैंपस में पंजीकरण के इच्छुक छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रकिया फिर शुरू कर दी गई है. वहीं कैंपस का वातावरण शैक्षिक गतिविधियों के लिए अनुकूल बनाए जाने की कोशिश की जा रही है. वीसी एम जगदीश कुमार ने मीडिया को बताया कि एचआरडी मंत्रालय का तरफ से कैंपस को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए कोई सुझाव नहीं दिया गया है.