logo-image

Delhi Violence: हाईकोर्ट बुधवार को जाफराबाद और मौजपुर में हुई हिंसा पर करेगी सुनवाई

मौजपुर, जाफराबाद और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र में हुई हिंसा से संबंधित याचिका उच्च न्यायालय (High Court) पहुंच गई है. जिस पर सुनवाई कल यानी बुधवार को होगी.

Updated on: 25 Feb 2020, 03:52 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जाफराबाद और मौजपुर में जहां सोमवार को भीषण हिंसा हुई, वहीं मंगलवार को भजनपुरा में दो गुटों में पथराव शुरू हो गया. हिंसा को लेकर राजनेताओं में जुबानी जंग भी छिड़ चुकी है. मौजपुर, जाफराबाद और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र में हुई हिंसा से संबंधित याचिका उच्च न्यायालय (High Court) पहुंच गई है. जिस पर सुनवाई कल यानी बुधवार को होगी.

एएनआई के मुताबिक, 'उच्च न्यायालय मौजपुर, जाफ़राबाद और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र में हुई हिंसा से संबंधित याचिका पर कल सुनवाई करेगा. याचिका में जांच के लिए दिल्ली से बाहर के अधिकारियों की एसआईटी (SIT) के गठन और केंद्र सरकार द्वारा सेना को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश की मांग की गई है.'

सुप्रीम कोर्ट में भी हिंसा को लेकर दायर याचिका पर होगी सुनवाई

इधर उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हाल ही में हुई हिंसा के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करने वाली पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) वजाहत हबीबुल्ला और अन्य की याचिका पर सुनवाई करने पर मंगलवार को तैयार हो गया.

इसे भी पढ़ें:दिल्ली में दंगाईयों ने भारी भूल की है, कीमत चुकानी होगी, हिंसा पर बोले जेडीयू नेता

शाहीन बाग में बैठे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग

न्यायमूर्ति एस. के. कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसफ की एक पीठ के समक्ष याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था. पीठ बुधवार को इस पर सुनवाई करने को तैयार हो गया. हबीबुल्ला, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और सामाजिक कार्यकर्ता बहादुर अब्बास नकवी ने यह याचिका दायर की है. इसमें सीएए को लेकर शाहीन बाग और राष्ट्रीय राजधानी के अन्य हिस्सों में जारी धरनों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग भी की गई है.

और पढ़ें:हिंसा की आग में जल रही दिल्ली, फिर हुई फायरिंग, देखें VIDEO

हेड कॉन्स्टेबल सहित सात लोगों की गई जान

पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ इलाकों में मंगलवार को फिर से हिंसा हुई जहां भीड़ ने पथराव किया और बंद दुकानों में तोड़फोड़ की गई. यहां एक दिन पहले ही, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुई हिंसा में एक हेड कॉन्स्टेबल सहित सात लोगों की जान जा चुकी है. हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित मौजपुर सहित कई स्थानों पर धुआं निकलता देखा गया. दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था और इसमें करीब 150 लोग घायल हुए थे. इलाके में तनाव कायम होने के चलते स्कूल बंद है और डर के कारण लोग भी घरों से बाहर नहीं निकले.