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Delhi Violence: दिल्ली हिंसा में अब तक 13 की मौत, दंगाइयों को गोली मारने का आदेश

उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर नए सिरे से हिंसा भड़क गई, जिसमें हेड कांस्टेबल समेत 13 लोगों की मौत हो गई.

Updated on: 26 Feb 2020, 12:18 AM

नई दिल्ली:

उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर नए सिरे से हिंसा भड़क गई, जिसमें हेड कांस्टेबल समेत 13 लोगों की मौत हो गई. आगजनी के बाद कई जगह से धुएं का गुबार उठता देखा गया. भीड़ गलियों में बेरोकटोक घूम रही थी. भीड़ में शामिल लोगों ने दुकानों को आग लगा दी, पथराव किया और स्थानीय लोगों को धमका रहे थे. राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में तनाव के दूसरे दिन हिंसा चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में फैल गई. इस दौरान पथराव किया गया दुकानों को आग लगाई गई. डोनाल्ड ट्रंप के जाते ही गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने देर रात फिर दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.

सीलमपुर में देर रात एनएसए अजित डोभाल पहुंचे और उन्होंने हालात का जायजा लिया है. अमित शाह की मीटिंग के बाद बड़ा एक्शन हो सकता है. जीटीबी के अलावा एलएनजेपी अस्पताल को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं, सुभाष मोहल्ला घोन्डा ठाकुर हल्वायी के पास देर रात कुछ दंगाइयों ने गोलियां चलाई हैं, जिसमें एक युवक की जान चली गई है, जबकी एक घायल है. थाना भजनपुरा में अभी भी भीड़ जमी है. वहीं, शिव विहार गली न. 13 में हालात खराब है. 

जीटीबी अस्पताल में घायलों को ब्लड डोनेट करने पहुंचे जवान

जीटीबी अस्पताल में अर्ध सैनिक बल के जवान दंगे फसाद में घायल लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंचे हैं. घायलों में वह लोग भी शामिल हैं, जो खुद दंगे फसाद में शामिल थे. यानी जो हो दंगाई जवानों के ऊपर पत्थर फेंकने में आगे थे. उन्हीं की जान बचाने के लिए अर्ध सैनिक बल के जवान अस्पताल पहुंचे हैं. आज दंगा ग्रस्त क्षेत्रों से जीटीबी अस्पताल में कुल 60 घायल लाए गए हैं, जिनमें 23 लोगों को फायर इंजरी है. यानी उन्हें गोलियां लगी है. 38 लोगों को चोटें आई हैं, अभी तक 13 लोगों मौतें हो चुकी हैं. इमरजेंसी वार्ड में लोग तड़पते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, शिव विहार में हिंसा शुरू हो गई है. कई मकानों को भी आग लगाई गई.

सोनिया गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बुलाई

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई है. दिल्ली पुलिस ने दंगाइयों को गोली मारने का आदेश दिया है. जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने मंगलवार शाम में रास्ता खाली कर दिया. पुलिस ने बताया कि यह महिलाएं शनिवार रात से यहां सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रास्ता साफ कर लिया. यहां दो दिनों से हिंसा भड़की थी. प्रदर्शनकारियों में से एक नौशाद ने कहा कि रविवार रात में हालात बिगड़ गए. पुलिस और स्थानीय लोगों ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर रास्ता खाली किया. क्षेत्र में मामले को बढ़ा रहे बाहरी लोगों को भी खाली करने को कह दिया गया है. सीलमपुर में मुख्य सड़क के निकट सीएए के खिलाफ चल रहा है.

अमित शाह ने 24 घंटे में ली तीसरी बैठक

दिल्ली में हिंसा के हालात पर पिछले 24 घंटों में गृह मंत्री अमित शाह ने तीसरी बड़ी बैठक ली. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर एसएन श्रीवास्तव समेत दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहे. करीब डेढ़ घंटे चली इस मीटिंग में एक बार फिर सिलसिलेवार तरीके से सुरक्षाबलों की तैनाती और कानून व्यवस्था के हर पहलू पर चर्चा की गई. गृह मंत्रालय ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. वहीं, दिल्ली हिंसा को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने 26 फरवरी होने वाला त्रिवेंद्रम दौरा रद्द कर दिया है.

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मनीष सिसोदिया बोले- मंगलवार को भी सारे स्कूल बंद रहेंगे

दिल्ली पुलिस के अनुसार, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जाफराबाद में जो महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं, उन्हें हटा दिया गया है. वो रास्ता क्लियर करवा दिया गया है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने मंगलवार को कहा कि हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली में निजी और सरकारी स्कूल बुधवार को बंद रहेंगे. उन्होंने कहा कि स्कूलों ने सभी आंतरिक परीक्षाएं टाल दी हैं. सिसोदिया ने ट्वीट किया कि हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी जिले में बुधवार को भी स्कूल बंद रहेंगे. गृह परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. सीबीएसई से भी कल की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया है. वहीं, हर्षवर्धन और मनोज तिवारी GTB अस्पताल पहुंच गए हैं.

दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. भीड़ भड़काऊ नारे लगा रही थी और मौजपुर और अन्य स्थानों पर अपने रास्ते में आने वाले फल की गाड़ियों, रिक्शा और अन्य चीजों को आग लगा दी. ऐसे में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शहर में हैं, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई हुई है. पुलिस ने दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इन दंगाइयों ने अपने हाथों में हथियार, पत्थर, रॉड और तलवारें भी ली हुई थीं. कई ने हेलमेट पहन रखे थे. पुलिस को अर्धसैनिक कर्मी सहयोग कर रहे थे. सड़कों पर क्षतिग्रस्त वाहन, ईंट और जले हुए टायर पड़े थे जो सोमवार को हुई हिंसा की गवाही दे रहे थे जिसमें 48 पुलिसकर्मियों सहित लगभग 180 लोगों घायल हो गए थे.

जीटीबी अस्पताल ने कहा- अब 13 लोगों की हो चुकी है मौत

जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार के अनुसार, मंगलवार को छह लोगों को मृत लाया घोषित किया गया, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 13 हो गई. आज कम से कम 35 घायल लोगों को भी अस्पताल लाया गया. कुमार ने कहा कि घायलों में से पचास प्रतिशत को गोली लगी है. हिंसा जारी रहने के बीच पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और भजनपुरा, खजूरी खास और अन्य स्थानों पर फ्लैग मार्च किए गए.

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इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली पुलिस प्रमुख अमूल्य पटनायक और अन्य के साथ बैठक की. बैठक में यह तय हुआ कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को शांति बहाली के लिए हाथ मिलाना चाहिए और सभी क्षेत्रों में शांति कमेटियों को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऐसा दृश्य दशकों से नहीं देखा गया, उन्मादी समूहों ने सड़कों पर लोगों की पिटाई की और वाहनों में तोड़फोड़ की. मीडिया पर भी हमला किया गया. स्कूल बंद हैं और भयभीत निवासी घरों के भीतर रहे क्योंकि उन्मादी भीड़ सड़कों पर घूम रही थी. ऐसे लोगों को सोमवार को लगाई गई निषेधाज्ञा के तहत चार से अधिक लोगों को एक स्थान पर एकत्रित होने पर रोक की परवाह नहीं लग रही थी.

मारे गए 13 व्यक्तियों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं. लाल की मौत गोली लगने से हुई. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मरने वाले अन्य किस कारण से मरे और उनकी पहचान क्या है. मारे गए लोगों में घोंडा निवासी विनोद कुमार भी शामिल था, जिसे मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था. उसका शव जग परवेश अस्पताल के मुर्दाघर में है.

जाफराबाद के पास कर्दमपुरी से मोहम्मद फुरकान की भी मौत हो गई है, जिसकी 2014 में शादी हुई थी और उसके दो बच्चे हैं. उसके भाई मोहम्मद इमरान ने कहा के दोनों भाई हस्तशिल्प व्यवसाय में थे. उन्होंने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि वह अपने बच्चों के लिए कुछ खाने के लिए लेने गया था. किसी ने मुझसे कहा कि उसे गोली मार दी गई है. मुझे विश्वास नहीं हुआ क्योंकि मैं उससे मुश्किल से एक घंटे पहले मिला था. मैं उसे फोन करता रहा. मैं फिर जीटीबी अस्पताल पहुंचा. मुझे बताया गया कि वह मर चुका है.

इमरान ने हिंसा के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट को दोषी ठहराया

इमरान ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट को दोषी ठहराया, जिन्होंने दिल्ली पुलिस को प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि लोग ट्रंप के भारत में रहने तक ही शांत रहेंगे. उन्होंने कहा कि उससे पहले तक सब कुछ शांतिपूर्ण था. सोमवार को पुलिस के सामने पिस्तौल लहराते दिखे व्यक्ति की पहचान शाहरुख के रूप हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने कहा कि 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.

केजरीवाल ने भी की थी वरिष्ठ अफसरों और विधायकों के साथ बैठक

केजरीवाल ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और सभी दलों के विधायकों के साथ बैठक की. उन्होंने लोगों से हिंसा से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि सभी मुद्दों को बातचीत के माध्यम से सुलझाया जा सकता है. उन्होंने जीटीबी अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद कहा कि इस पागलपन को रोकें. उन्होंने कहा कि मैं घायलों से मिला हूं, साथ ही उन लोगों से भी मिला हूं जो गोलियां लगने से घायल हुए हैं. सबसे बड़ी चिंता हिंसा रोकना है. मैं सभी से हिंसा रोकने की अपील करता हूं. इस बीच दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर पांच मेट्रो स्टेशन मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बंद रहे. पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) अमित शर्मा का सोमवार रात एक आपरेशन किया गया जिन्हें झड़पों के दौरान सिर में चोट लगी थी.