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दिल्ली कांग्रेस को मिलने वाला है नया अध्यक्ष, चुनौती है गुटबाजी पर काबू पाना

दिल्ली विधनासभा चुनाव में काफी कम वक्त बचा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में गुटबाजी भी अपने चरम पर है. ऐसे में पार्टी नेताओं का मानना है कि चुनाव से पहले इस गुटबाजी को रोकना होगा

Updated on: 28 Jul 2019, 08:45 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित के निधन के बाद पार्टी जल्द ही दिल्ली कांग्रेस के नए अध्यक्ष पर फैसला लेने वाली है. दरअसल दिल्ली विधनासभा चुनाव में काफी कम वक्त बचा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में गुटबाजी भी अपने चरम पर है. ऐसे में पार्टी नेताओं का मानना है कि चुनाव से पहले इस गुटबाजी को रोकना होगा.

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खबरों के मुताबिक यूपीए की चेयरपर्सन दिल्ली के नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का फैसला करेंगी. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि दिल्ली कांग्रेस का नए अध्यक्ष का फैसला खुद सोनिया गांधी करेंगी ताकि कोई भी नेता इस फैसले को नजरअंदाज न कर सके. बताया ये भी जा रहा है कि नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद प्रदेश में चर रही गुटबाजी भी थम जाएगी. फिलहाल ल्ली कांग्रेस में हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि 4 अगस्त को शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी की ओर से प्रदेश कार्यालय में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा. हालांकि इस कार्यक्रम में कोई भाषणबाजी नहीं होगी.

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बता दें कि दिल्ली के एस्कार्ट हॉस्पिटल में पिछले शनिवार को 3:15 मिनट पर हार्ट अटैक से शीला दीक्षित की मौत हो गई. शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष भी थीं और काफी लंबे समय से बीमार चल रहीं थीं. तीन बार शीला दीक्षित की बाईपास सर्जरी हुईं थी और आज सुबह उल्टी की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली के एस्कार्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.