हरेली पर्व पर अलग ही अंदाज में दिखे सीएम भूपेश बघेल, ऐसे स्वीकार किया लोगों का अभिनंदन
सीएम भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में कृषि यंत्रों नागर, कुदाली, फावड़ा, गैती आदि की विधि-विधान से पूजा कर हरेली जोहार कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ में हां सावन के फुहारों की बयार बह रही है, वहीं इस बार हरेली पर्व के उत्साह और उमंग के माध्यम से राज्य संस्कृति की सतरंगी छटा अपने पूरे चटख के साथ मुख्यमंत्री निवास से छत्तीसगढ़ के सभी जिलों और गांव-गांव तक दिखाई दे रही है. सीएम भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में कृषि यंत्रों नागर, कुदाली, फावड़ा, गैती आदि की विधि-विधान से पूजा कर हरेली जोहार कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
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त आपमन ला कइसे लगिस मोर गेड़ी चढ़ई?#हरेली_तिहार pic.twitter.com/q0cn06YfC9
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 1, 2019
हरेली यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने मंत्री मंडल के सदस्य ताम्रध्वज साहू और कवासी लखमा तथा विधायक सत्यनारायण शर्मा के साथ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक रूप से सजे-धजे बैलगाड़ी पर सवार होकर मुख्यमंत्री निवास से निकलकर गांधी उद्यान तिराहे और फिर साक्षरता तिराहा पहंचे. उन्होंने यहां उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने हरेली यात्रा का शुभारंभ हल उठाकर किया. हरेली यात्रा के सामने जहां छत्तीसगढ़ी महतारी ने बैलगाड़ी पर सवारी की वहीं मुख्यमंत्री के बैलगाड़ी के बाद बैलगाड़ियों का कारवा निकला, जिसमें यहां के लोक कलाकार भी शामिल हुए.
हमर संस्कृति-हमर गरब
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 1, 2019
आज पूरा प्रदेश धूमधाम से #हरेली_तिहार को मना रहा है। माताओं, बहनों, बच्चों, किसान भाइयों समेत सभी में एक अजब उत्साह दिखाई दे रहा है।
मैंने भी आज अपने आवास पर #हरेली_तिहार को धूमधाम से मनाया।
आप सबको एक बार फिर गाड़ा-गाड़ा बधाई! pic.twitter.com/htxegorl1R
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास भी हरेली के पारंपरिक पर्व की इंद्रधनुषी छटा से सराबोर है. छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों, लोक नर्तकों, लोक गायकों ने इस रंग को और अधिक मधुरता से भर दिया है. लगभग 500 लोक नर्तकों ने पारंपरिक वेशभूषा में वाद्य यंत्रों एवं साज सज्जा के साथ गेड़ी, बैलगाड़ी के साथ यात्रा की. छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना के साथ ’अरपा पैरी के धार’ जैसे सुमधुर गीतों, झांझर, मांदर और गुदुम बाजा के साथ हरेली गीत भी गाये गए. लोक नर्तक दलों ने गेड़ी , करमा, सुआ ,राउत नाचा ,पंथी नृत्य और गौरी -गौरा नृत्य प्रस्तुत किए.
हरेली पर्व पर पहली बार सरकारी छुट्टी से लोगों का उत्साह दुगुना हो गया। हरेली पर मुख्यमंत्री निवास में जनसैलाब उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel गेंड़ी पर सवार हुए और लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया। pic.twitter.com/Xo3FOqIrgk
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 1, 2019
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इससे पहले भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में उनसे मिलने स्कूलों से आये नन्हें बच्चों से मुलाकात की और उनसे न केवल हरेली की शुभकामनाएं ली, बल्कि उन्हें हरेली की शुभकामनाएं देते हुए छत्तीसगढ़ के उत्साह भरे पारंपरिक खेलों के लिए प्रोत्साहित किया. मुख्यमंत्री ने हरेली की पूजा के बाद सावन झूले में बहनों से मुलाकात की. उन्होंने मंत्री कवासी लखमा और विधायक सत्यनारायण शर्मा के साथ सावन के झूले का आनंद भी लिया.
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