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अनशन पर बैठे उपेंद्र कुशवाहा का 24 घंटे में घटा 5 किलो वजन, ब्लड प्रेशर बढ़ा

बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति में सुधार करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत अब बिगड़ने लगी है.

Updated on: 27 Nov 2019, 12:39 PM

पटना:

बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति में सुधार करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत अब बिगड़ने लगी है. पिछले 24 घंटे से कुशवाहा राजधानी पटना के मिलर उच्च विद्यालय मैदान में अनशन पर बैठे हैं. अब तक उनका 5 किलो वजह कम हो गया है. इसके अलावा उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया है.

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राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि 23 घंटे में उपेंद्र कुशवाहा का वजन 5 किलो कम हो गया है, उनका वजन पहले 58 किलो था. फिलहाल कुशवाहा का ब्लड प्रेशर (BP) 90/150 है और PR- 62 है. डॉक्टर्स लगातार पूर्व केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं. कुशवाहा के साथ पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता भी वहां मौजूद हैं.

अनशन के दूसरे दिन रालोसपा अध्यक्ष ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से केंद्रीय विद्यालयों को खुलवाने की अपील की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'केद्रीय विद्यालय खुले और गरीब बच्चों को शिक्षा मिले इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार करता रहा हूं. उनसे मिलने का भी समय मांगा था, पर उन्होंने समय नहीं दिया. अब आमरण अनशन कर उनसे विनती कर रहा हूं कि केंद्रीय विद्यालयों को खुलवाने हेतु पत्र जारी करें.'

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गौरतलब है कि नीतीश सरकार के खिलाफ कुशवाहा के आमरण अनशन को विपक्षी दलों का भी साथ मिला है. विपक्षी दल के महागठबंधन में शामिल रालोसपा के प्रमुख कुशवाहा को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने समर्थन दिया.

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