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तेजप्रताप यादव लॉन्च करेंगे वेबसाइट, लालू के नाम पर नई पारी की तैयारी!

लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पिछले दिनों राजनीतिक निष्क्रियता को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा. मगर बिहार में चली चुनावी हवा से तेजप्रताप को सियासी जमीन को मौका दिया है.

Updated on: 13 Jan 2020, 08:56 AM

पटना:

राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पिछले दिनों राजनीतिक निष्क्रियता को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा. मगर बिहार में चली चुनावी हवा से तेजप्रताप को सियासी जमीन को मौका दिया है. यही वजह है कि अब तेजप्रताप खुद की राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए लीड रोल में आने की तैयारी कर रहे हैं. तेजप्रताप ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वो राजनीतिकरूप से निष्क्रिय नहीं हुए, बल्कि अपनी अलग पहचान बनाने में जुटे हैं.

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राजद से अंदर पहले ही अंदरुनी कलह सामने आ चुकी है. कई मौकों पर लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने भी राजद से खुद को दूर रखा है. अब तेजप्रताप इस चुनावी साल में अपने अलग रुख के साथ राजनीतिक रूप से अलग होने के लिए तैयार हैं, क्योंकि वह अपनी खुद की वेबसाइट शुरू करने जा रहे हैं. वेबसाइट के जरिए तेजप्रताप यादव आज की युवा पीढ़ी से जुड़ना चाहते हैं. साथ ही अपने बारे में बताना चाहते हैं. उन्होंने अपनी वेबसाइट का नाम tejyadav.com चुना है, जो जल्द ही लॉन्च होगी. तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.

इसके अलावा तेजप्रताप ने लालू यादव के लिए एक इमोशनल ट्वीट भी किया है. उन्होंने लालू की एख पुरानी फोटो भी ट्विटर पर साझा की है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,'सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने के जिस जुर्म में पिताजी आपको कैद किया गया है, उस लड़ाई को मैं अंजाम तक पहुंचाऊंगा.जिसके बाद कई तरह के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि लालू के नाम पर तेजप्रताप अपने लिए नई सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं.

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सियासी आईने से देखा जाए तो तेजप्रताप यादव भविष्य में राजद से नाता तोड़कर नई शुरुआत कर सकते हैं. क्योंकि वो पार्टी की गतिविधियों से खुद को अलग रख रहे हैं. हाल ही में सीएए और एनआरसी के विरोध में राजद के बिहार बंद से भी उन्होंने खुद को बिल्कुल दूर रखा. पिछले दिनों भी राजद के कार्यक्रम से तेजप्रताप गायब दिखाई दिए थे. कुछ राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि तेजप्रताप ने पार्टी में बराबर युवकों की भागीदारी की वकालत करते हैं. वो अपने खास लोगों को पार्टी में तवज्जो देना चाहते हैं, लेकिन पार्टी के सीनियर लीडर उनके लोगों को खारिज करते रहे हैं. ऐसे में तेजप्रताप के अंदर मायूसी है और आक्रोश भी है. अब तेजप्रताप की नजर बिहार के युवा वोटबैंक पर है और वो बेवसाइट के जरिए युवाओं से जुड़ना चाहते हैं.