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समाजवादी पार्टी का ऐलान, बिहार में नहीं लड़ेगी विधानसभा का चुनाव

सपा ने बिहार के विधानसभा चुनाव में नहीं उतरने का एलान किया है. जिससे राज्य का सियासी माहौल एक बार फिर गरमा गया है.

Updated on: 15 Mar 2020, 04:23 PM

लखनऊ:

बिहार (Bihar) में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव को लेकर राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां अब अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है. चुनावी साल में सियासी पार्टियों की तैयारियां जोरों पर हैं. सभी राजनीतिक दल सत्ता की कुर्सी पर नजर गढ़ाए बैठे हैं. मगर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने कुर्सी की लड़ाई से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं. सपा ने बिहार के विधानसभा चुनाव में नहीं उतरने का एलान किया है. जिससे राज्य का सियासी माहौल एक बार फिर गरमा गया है. राजनीतिक पंडित नए-नए समीकरण बनाने में लग गए हैं.

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समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने यह घोषणा की कि सपा बिहार का आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी के खिलाफ लड़ने वालों और जीतने वालों सपा अपना समर्थन देगी. अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 403 में से 351 सीटें जीतने का भी लक्ष्य रखा.

सपा प्रमुख ने कहा कि हम सब मिलकर वर्ष 2022 में 351 सीटें जीतेंगे. उन्होंने कहा, 'दिल्ली जाते वक्त विमान में एक शख्स ने उनका हाथ देखकर बताया कि मेहनत करें, इस बार आप 350 सीटें जीतकर सरकार बनाएंगे. मैंने तय किया है कि हम 350 से एक सीट ज्यादा यानि 351 सीटें जीतेंगे. अगर भाजपा झूठ फैला कर 300 से ज्यादा सीटें जीत सकती है तो ईमानदारी से मेहनत करके हम 351 सीटें जीत सकते हैं. हम इसे जरूर हासिल करेंगे क्योंकि 22 में चलेगी बाइसिकल.'

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गौरतलब है कि बिहार राज्य में विधानसभा के चुनाव अक्टूबर-नवंबर महीने में संभावित हैं. सत्ताधारी जनता दल (यूनाइटेड) अपने संगठन की कमियों को दूर करने में जुटी है तो भाजपा भी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिहार दौरे के बाद से ही संगठन को मजबूत करने के साथ चुनावी दंगल की तैयारियों में जोरों से लगी है. मुख्य विपक्षी पार्टी राजद भी इस चुनावी साल में संगठन को मजबूत करने की तैयारी में है. कांग्रेस भी संगठन को जमीनस्तर पर मजबूत करने में जुटी है.

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