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अमित शाह पर बिना नाम लिए RJD का हमला, बताया हिटलर, नीतीश के लिए कही ये बात

नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 भले ही लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है, मगर इस पर राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.

Updated on: 12 Dec 2019, 04:12 PM

पटना:

नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 भले ही लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया है, मगर इस पर राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इसको लेकर बिहार में भी सियासत गरमाई हुई है. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) इस बिल के बहाने बीजेपी के साथ-साथ सत्ताधारी नीतीश कुमार को भी घेरने में लगी है. राजद ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बिना नाम लिए 'हिटलर' बताया है. वहीं नीतीश कुमार को विश्वासघाती मुख्यमंत्री करार दिया है.

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नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में आरजेडी ने अमित शाह का नाम लिए बिना ट्विटर पर लिखा, 'चाहे कोई हिटलर (अमित शाह) चाह ले कि भारत के विभिन्न जातियों जनजातियों संस्कृतियों के लोगों को नागरिकता संशोधन विधेयक के द्वारा प्रताड़ित किया जाए! या किसी मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) SC ST या अल्पसंख्यकों को बार बार सहने को मिले. कितने आए- कितने गए, हमारा चरित्र नहीं बदला, यह भारत नहीं बदलेगा!' 

आरजेडी ने अगले ट्वीट में लिखा, 'मुख्यमंत्री नीतीश के बारे में बिहारभर में एक बात प्रचलित है कि 'उनके पेट में दांत हैं'! ऐसे में बिहारवासियों को बार बार नीतीश का विश्वासघात देखने को नहीं मिलेगा तो और क्या मिलेगा?'

इससे पहले तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'गांधी, लोहिया, जेपी, कर्पूरी और लालू के बिहार को आरएसएस-बीजेपी संग मिलकर नीतीश कुमार ने सावरकर, गोलवलकर और गोडसे का बिहार बना दिया है. नागरिकता संशोधन बिल और NRC के काले कानून के विरुद्ध अभी पटना में धरना प्रदर्शन हो रहा है.'

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गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में बुधवार को पटना में विपक्ष सड़कों पर उतरा. पटना में जेपी गोलंबर के पास तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में आरडेजी कार्यकर्ता और नेताओं ने धरना दिया तो वहीं पटना के गांधी प्रतिमा से लेकर कारगिल चौक तक कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया. इस बिल को समर्थन देने के कारण जदयू के अंदर भी दरार पड़ गई है. जद (यू) के नेता विरोध करने वालों के व्यक्तिगत विचार बताकर किसी प्रकार के मतभेद से इंकार कर रहे हैं, परंतु इस मुद्दे को लेकर पार्टी में मतभेद बना हुआ है.