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बिहार में चुनावी मझधार पार करने संगठन की मजबूती में जुटे सियासी दल

कांग्रेस भी संगठन को जमीनस्तर पर मजबूत करने में जुटी है. कांग्रेस प्रमंडलवार बैठक कर संगठन को मजबूत करने में जुटी है.

Updated on: 05 Mar 2020, 10:26 AM

पटना:

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) अक्टूबर, नवंबर में संभावित है. चुनाव को लेकर राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां अब अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई हैं. राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (Janta Dal United) जहां कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर अपने संगठन की कमियों को दूर करने में जुटी है, वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) इस महीने अपने कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर उनको चुनाव जीतने का मूलमंत्र बताएगी. इधर, भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) भी पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के बिहार दौरे के बाद संगठन को मजबूत करने में जुटी है.

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जेपी नड्डा ने फरवरी महीने के अंतिम पखवाड़े में पटना की यात्रा कर चुनावी तैयारी का आगाज किया था. नड्डा ने संगठन की मजबूती के मकसद से बूथ स्तर पर पार्टी का स्थापना दिवस मनाने के साथ ही कई दूसरे तरीकों से भी संगठन को मजबूत करने का फैसला लिय. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने 'बूथ जीतो चुनाव जीतो' के नारे के साथ आगे बढ़ने की रणनीति तैयार की. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल कहते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. बीजेपी के कार्यकर्ता गांव-गांव तक फैले हुए हैं. उन्होंने कहा कि इन समर्पित कार्यकर्ताओं की बदौलत लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को संगठनात्मक मजबूती का फायदा मिलना तय है.

जेडीयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के जिला अध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों को अपने मकान पर पार्टी का झंडा लगाने को कहा है, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही आमलोगों को सकारात्मक संदेश जाए. दीगर बात है कि रविवार को गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन में भीड़ नहीं जुटने को लेकर नीतीश नाराज बताए जा रहे हैं. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन कहते हैं कि जेडीयू ने काफी दिनों पहले से ही संगठनात्मक मजबूती का कार्य प्रारंभ कर दिया है, जो अब जमीनीस्तर पर दिखाई भी दे रहा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस चुनाव में संगठनात्मक मजबूती के कारण पार्टी विजयी होगी.

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मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी इस चुनावी साल में संगठन को मजबूत करने की तैयारी में है. आरजेडी ने जहां सवर्ण समाज से आने वाले वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को पार्टी में प्रदेशस्तर पर सबसे ऊंचे पद पर बैठाकर सवर्ण मतदाताओं को आकर्षित करने को लेकर बड़ा दांव खेला है वहीं जिला में भी संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है.

आरजेडी 14-15 मार्च को राजगीर में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मूलमंत्र देने वाली है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी दावा कर रहे कि संगठन स्तर पर कई प्रयोग विपक्ष पर भारी पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आरजेडी ने इस बार संगठनस्तर पर कई बदलाव किए हैं, जिससे अगले चुनाव में लाभ मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.

इस बीच कांग्रेस भी संगठन को जमीनस्तर पर मजबूत करने में जुटी है. कांग्रेस प्रमंडलवार बैठक कर संगठन को मजबूत करने में जुटी है. कांग्रेस, पार्टी के पुराने नेता, जो अब पार्टी कायरें में रुचि नहीं लेते हैं और सक्रिय नहीं हैं, उन्हें सक्रिय करने पर जोर दे रही है. वहीं पार्टी उनसे सीधा संपर्क कर पार्टी की भावी रणनीति से अवगत करा संगठन को मजबूत बनाने की योजना पर कार्य कर रही है. संगठन में युवाओं की भी अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास हो रहा है.

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