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एक मंच पर दिखेंगे नीतीश कुमार और मोहन भागवत, लालू ने याद दिलाया- 'संघ मुक्त भारत' का नारा

कभी 'संघ मुक्त भारत' का नारा दे चुके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के साथ नजर आ सकते हैं।

Updated on: 03 Oct 2017, 09:26 AM

highlights

  • बुधवार को एक कार्यक्रम में नजर आएंगे नीतीश कुमार और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
  • लालू यादव का नीतीश पर हमला, कहा- मुंह में राम, दिमाग में नाथूराम, तभी तो बना पलटूराम

नई दिल्ली:

कभी 'संघ मुक्त भारत' का नारा दे चुके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के साथ नजर आ सकते हैं।

बिहार के भोजपुर के चंदवा में रामानुज आचार्य के 1000वें जन्म उत्सव पर धर्म संसद का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर पिछले कई दिनों से एक यज्ञ हो रहा है और बुधवार को उसका समापन समारोह है। इसी कार्यक्रम में भागवत और मोदी हिस्सा लेंगे।

जिला प्रशासन के मुताबिक, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अध्यक्ष नीतीश हेलीकॉप्टर से जाएंगे। उनके साथ पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद रहेंगे।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कार्यक्रम में दोनों नेताओं की उपस्थिति की पुष्टि करते हुए कहा कि स्वागत की तैयारी की जा रही है। भागवत भोजपुर में एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।

लालू के निशाने पर नीतीश

भागवत-नीतीश के एक कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर विरोधी सीएम को पुराने बयान याद दिला रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर नीतीश 'पलटूराम' बताया। उन्होंने लिखा, 'पलटी मापने का कोई पैमाना और मापदंड होता तो पलटूराम के शॉर्प U-turns के आगे वह टूटकर चूर-चूर हो जाता।'

नीतीश के धुर-विरोधी लालू ने कहा, 'मुँह में राम, दिमाग में नाथूराम, तभी तो बना पलटूराम।'

वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कार्यक्रम को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम है।'

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दरअसल बिहार में महागठबंधन (आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस) की सरकार के दौरान नीतीश के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसका वैचारिक संगठन आरएसएस था। नीतीश कुमार ने 'धर्मनिरपेक्ष पार्टियों' से एकजुट होने की अपील करते हुए 'संघ मुक्त भारत' का नारा दिया था।

हालांकि नीतीश कुमार ने इसी साल जुलाई में आरजेडी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए महागठबंध तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई।

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