logo-image

बिहार में अब नहीं चलेगी 15 साल पुरानी गाड़ी, CM नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) ने वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की.

Updated on: 05 Nov 2019, 12:00 AM

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) ने वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. पटना के एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में नीतीश ने कहा कि प्रदूषण की समस्या पूरे देश में बढ़ रही है. खासकर वायु प्रदूषण पिछले कुछ दिनों से हम लोगों के लिये चिन्ता का विषय बना हुआ है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी यह समस्या कुछ दिखने लगी है, वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिये विशेष रूप से हम सबको मिलकर काम करना होगा.

नीतीश ने कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को मुख्य कारण बताया जा रहा है. खासकर शहरों में आटोरिक्शा, सिटी बसों में केरोसिन तेलों के उपयोग की भी शिकायत मिल रही है. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी प्राप्त कर ली जाय कि केरोसिन तेल का दुरूपयोग वाहन के ईंधन के रूप में तो नहीं हो रहा है.

इसे भी पढ़ें:कांग्रेस का दावा, विपक्ष के दबाव में RCEP पर पीछे हटी सरकार, राष्ट्रीय हितों की रक्षा की हुई जीत

बैठक में 15 वर्ष से ज्यादा पुराने व्यावसायिक वाहनों एवं सरकारी वाहनों को वायु प्रदूषण कम करने के लिये प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 वर्ष से पुराने निजी वाहनों की फिटनेस की जांच फिर से की जाय. इस पर सख्ती से कार्रवाई की जाय.

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा दें. शहरों में तीव्र आवाज में हॉर्न बजाने पर नियंत्रण करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में सड़कों के किनारे भी वृक्ष लगाने के उपाय करें. कल से पटना की मुख्य सड़कों और निर्माण स्थलों पर पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाय. पटना के अलग-अलग जगहों पर मानिटरिंग मशीन लगायें ताकि प्रदूषण के कारकों का आंकलन हो सके.

और पढ़ें:पाक पीएम इमरान खान ने नवजोत सिंह सिद्धू को भेजा करतापुर साहिब का पहला पास

उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन को ढकने की व्यवस्था करायें ताकि धूल कण नहीं फैले. यह सुनिश्चित किया जाय कि भवन निर्माण सामग्री की ढुलाई ढककर ही हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिये रात में दस बजे के बाद लाउड स्पीकर पर रोक तो है ही, सुबह में भी इसके समय को बढ़ाये जाने की जरूरत है. पटाखे नहीं जलाने के लिये लोगों को जागरूक करें.