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Video viral : बहुत शर्मनाक, जमीन में जिंदा दफना दिया गया नील गाय को और देखती रही भीड़

यहां कुछ दिन पहले कुछ बेरहम लोगों ने एक नीलगाय (Neel gai) को जिंदा ही गड्ढ़े में डाल उसे मिट्टी से दवा मौत के घाट उतार दिया.

Updated on: 09 Sep 2019, 04:54 PM

नई दिल्ली:

बिहार (Bihar) के वैशाली जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां कुछ दिन पहले कुछ बेरहम लोगों ने एक नीलगाय (Neel gai) को जिंदा ही गड्ढ़े में डाल उसे मिट्टी से दवा मौत के घाट  उतार दिया. सोशल मीडिया (Social media) पर वायरल एक वीडियो (Viral Video) में दिखाया गया है कि कैसे एक घायल नीलगाय को गड्ढे में गिराया गया. कोई भी उस नीलगाय की आंखों में उस मंजर के भय को आसानी से भांप सकता है. लेकिन वहां खड़ी मूकदर्शक भीड़ के बीच ही उस कराहती नीलगाय को मिट्टी से जिंदा पाट दिया गया. जिससे नील गाय की मौत हो गई. इस क्रूर घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसके बाद अब प्रशासन पर इस घिनौने कृत को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

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रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार के वैशाली जिले में किसानों ने शिकायत की थी कि नीलगाय उनकी फसलों को खराब कर रही हैं. इसके बाद वैशाली के एमएलए राजकिशोर सिंह ने प्रशासन और राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रोफेशनल शूटर हायर किया और इन नीलगायों की हत्या को अंजाम दिया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने राज्य में पिछले चार दिनों में 300 नीलगायों को मार गिराया है. कई नीलगायों को फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने भी शूट किया है. इस वीडियो में पहले इस नीलगाय को गोली मारी गई है लेकिन जब ये नहीं मरी तो इसे जिंदा ही दफना दिया गया है. 

मामले में उतरा बॉलीवुड

वहीं पूर्व एक्ट्रेस रवीना टंडन ने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि जिसने भी ऐसा करने का फैसला किया है उसके पास दिल नहीं है. मैं उम्मीद करती हूं कि उस शख्स को अपने कर्मों का फल जरूर भोगने को मिलेगा.

ईशा गुप्ता ने भी इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा - यकीन मानिए, मैं ये बिल्कुल देखना नहीं चाहती हूं लेकिन हम क्रूरता के खिलाफ आंखें मूंद कर नहीं रह सकते हैं. ईशा के इस पोस्ट पर अरमान मलिक और सूरज पंचोली जैसे सितारों ने भी गुस्सा जताया है.

विभाग ने कहा होगी मामले की जांच

हालांकि वीडियो सामने आने के बाद विभाग ने इस मामले में जांच और कार्रवाई की बात कही है. वन प्रमंडल पदाधिकारी भारत भूषण पाल ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा कि भारत सरकार का एक प्रावधान है जिसके तहत नीलगाय के शिकार करने का सशर्त आदेश दिया गया था. इस आदेश के पालन के लिए पिछले हफ्ते वन संरक्षक के द्वारा एक आदेश किया गया था कि 3 प्रखंडों में नीलगायों को मारा जाए. निर्धारित प्रक्रिया के बाद उन्हें दफनाया जाएगा.

दफनाने के क्रम में यह था कि जब नीलगाय मर जाएगी तब उसे दफना दिया जाएगा. जैसा वीडियो दिखाया जा रहा है इसकी सच्चाई की हम लोग जांच करवाएंगे. जांच में जो भी बातें सामने आएंगी, उसके अनुसार इस पर कार्रवाई की जाएगी.