बिहार में राष्ट्रीय मेडिकल आयोग बिल के विरोध में चिकित्सक हड़ताल पर, मरीज परेशान
चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) सहित राज्य के करीब सभी अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ा.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय मेडिकल आयोग (एनएमसी) बिल, 2019 के खिलाफ देशव्यापी चिकित्सकों की हड़ताल के समर्थन में बिहार के चिकित्सक भी हड़ताल पर हैं. चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) सहित राज्य के करीब सभी अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ा. हड़ताल की जानकारी नहीं होने के कारण दूर-दूर से मरीज अस्पताल पहुंच गए परंतु इलाज नहीं होने के कारण ऐसे लोगों को वापस लौटना पड़ा.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आान पर 31 जुलाई की सुबह छह बजे से अगले 24 घंटे तक चिकित्सक हड़ताल में शामिल हैं. हालांकि, हड़ताल से आपाताकलीन सेवा को मुक्त रखा गया है, जिससे ऐसे मरीज राहत महसूस कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- बिहार में चोरी-छुपे हो रही शराब बिक्री से नाराज महिलाओं ने सड़क पर किया हंगामा
बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉ शालिग्राम विश्वकर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय मेडिकल आयोग बिल पारित किया जाना आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक काला अध्याय होगा. उन्होंने इसे गलत फैसला बताते हुए कहा कि इससे मरीजों को भी नुकसान होगा. हड़ताल का जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने भी समर्थन किया है. पीएमसीएच के जेडीए अध्यक्ष डॉ शंकर ने कहा कि आईएमए का हम लोग समर्थन कर रहे हैं.
आईएमए के सचिव डॉ. ब्रजनंदन कुमार ने बताया कि आईएमए इस बिल का विरोध जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि यह सांकेतिक हड़ताल है अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो भविष्य में चिकित्सक अनिश्तिकाल के लिए भी हड़ताल पर जा सकते हैं. पटना एम्स के चिकित्सक सहित राज्य के अधिकांश चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने के बाद मरीज परेशान हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें