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मुजफ्फरपुर शेल्‍टर होम केस: CBI को खुदाई में मिला नरकंकाल, महापाप का हो सकता है खुलासा

सीबीआई को सिकंदरपुर श्मशान घाट में खुदाई के दौरान नरकंकाल मिला है. बुधवार को श्मशान घाट से बरामद कंकाल को सीबीआई फोरेंसिक जांच के लिए अपने साथ ले गई.

Updated on: 04 Oct 2018, 12:23 PM

नई दिल्ली:

बिहार मुजफ्फरपुर शेल्टर होम (muzaffarpur shelter home) यौन शोषण मामले में सीबीआई को खुदाई के दौरान नरकंकाल मिला है. सीबीआई को सिकंदरपुर श्मशान घाट में खुदाई के दौरान नरकंकाल मिला है. बुधवार को श्मशान घाट से बरामद कंकाल को सीबीआई (cbi) फोरेंसिक जांच के लिए अपने साथ ले गई. बताया जा रहा है कि बालिका गृह में लड़कियों की हत्या के बाद उन्हें दफनाने की जानकारी वहीं की लड़कियों ने दी थी. शेल्टर होम में रह रही एक लड़की ने आरोप लगाया था कि वहां के कर्मचारियों ने उसके साथ रह रही एक लड़की की हत्या कर बालिका गृह परिसर में दफना दिया गया था.

सीबीआई सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि सीबीआई की टीम ने अन्य स्थानीय विभागों की मदद से बुधवार को सिकंदरपुर स्थित श्मशान घाट की खुदाई करवाई. चार घंटे चले इस अभियान में जमीन के अंदर से एक नरकंकाल बरामद किया गया, जिसे बाद में जांच के लिए भेज दिया गया. 

सूत्रों का दावा है कि इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एक चालक से पूछताछ के बाद सीबीआई को यह अहम सुराग हाथ लगे थे. कहा जा रहा है कि सीबीआई की टीम जल्द ही जेल में बंद ब्रजेश ठाकुर को रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ कर सकती है.

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में रह रही लड़कियों में से एक बच्ची ने आरोप लगाया था कि वहां के कर्मचारियों द्वारा उनके साथ रह रही एक लड़की की हत्या कर उसे बालिका गृह के परिसर में ही दफना दिया गया था. इस आरोप के बाद पुलिस ने पिछले दिनों परिसर में भी खुदाई कराई थी लेकिन कोई ऐसी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी.

गौरतलब है कि मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर इस मामले का खुलासा हुआ था कि समाज कल्याण विभाग के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण हो रहा है। इसके बाद यहां की लड़कियों की चिकित्सकीय जांच के बाद 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी.

पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर जांच प्रारंभ कर दी थी. इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. अब तक इस मामले में 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

इस मामले में राज्य के सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा भी देना पड़ा है. आरोप है कि मंत्री रही वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का ब्रजेश के साथ घनिष्ठ संबंध है.

बता दें कि बाल संरक्षण इकाई की निलंबित सहायक निदेशक रोजी रानी सहित मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के करीबी गुड्डू कुमार, विजय कुमार तिवारी और संतोष कुमार चारों आरोपियों की रिमांड 28 सितंबर तक लिए बढ़ाई है. इसके साथ ही ब्रजेश ठाकुर के 20 बैंक खातों को बंद कर दिया था.

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर की खौफनाक घटना तब प्रकाश में आई जब बिहार के सामाजिक कल्याण विभाग ने मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस द्वारा शेल्टर होम में करवाए गए सामाजिक अंकेक्षण के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करवाई. रिपोर्ट में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का जिक्र किया गया था.

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(IANS इनपुट के साथ)