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बैंक में पैसा जमा करने जा रहे थे पेट्रोल पंप कर्मचारी, घात लगाए बैठे बदमाशों ने रास्ते में लूटा

बिहार में आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. रोजाना अपराधी राज्य में अपहरण, हत्या और लूट जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

Updated on: 03 Dec 2019, 11:39 AM

गया:

बिहार में आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. रोजाना अपराधी राज्य में अपहरण, हत्या और लूट जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला बिहार के गया जिले से सामने आया है, जहां मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने एक पेट्रोल पंप के कर्मियों से हथियार के दम पर करीब 7 लाख रुपये लूट लिए. लूट की इस वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी हवा में फायरिंग करते हुए फरार हो गए. घटना डोभी थाना अंतर्गत करमौनी गांव के समीप की है. मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.

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गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा के मुताबिक, नरेश फ्यूल पंप के प्रबंधक सुनील कुमार और एक अन्य कर्मचारी गोपाल प्रसाद एक बाइक पर सवार होकर पैसे को दक्षिण बिहार मध्य ग्रामीण बैंक में जमा कराने जा रहे थे, तभी रास्ते में दो बाइकों पर सवार 5 अपराधियों ने उनकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी और दोनों नीचे गिरा दिया. इसके बाद अपराधियों ने हथियारों के दम पर पैसों से भरा बैग लूट लिया. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि लूटी गई रकम सात से साढ़े सात लाख रुपये के बीच है. उन्होंने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए घटनास्थल के आसपास के सभी थाना क्षेत्र में वाहनों की सघन तलाश जारी है.

गौरतलब है कि हाल ही में बिहार के वैशाली जिले में राज्य की सबसे बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. नगर थाना क्षेत्र में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े मुथूट फाइनेंस कंपनी की शाखा में घुसकर कर्मचारियों को हथियार के बल पर बंधक बनाया और फिर 55 किलो 700 ग्राम सोना लूट लिया था. बाजार में लूटे गए सोने की कीमत 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की थी. इस दौरान लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की थी.

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मुथूट फाइनेंस कंपनी के स्ट्रांग रूम में ग्राहकों का 20 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक का सोना रखा गया था, लेकिन इसकी सुरक्षा के लिए मात्र 2 निहत्थे सुरक्षागार्ड तैनात थे. 23 नवंबर को अपराधियों ने इन दोनों गार्डों को आसानी से अपने कब्जे में लिया और थप्पड़ मारकर डरा धमकाकर आसानी से इतनी बड़ी लूट की घटना को अंजाम दे डाला. इस लूटकांड के खुलासे के लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) भी पुलिस की मदद कर रही है. हालांकि करीब दो हफ्ते बाद पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 

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