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सीएम हाउस में 'भूत' वाले किस्से पर नीतीश कुमार के पीछे पड़ा लालू परिवार

बिहार की राजनीति में इन दिनों 'भूत' को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल पड़ा है.

Updated on: 04 Jan 2020, 07:24 AM

पटना:

बिहार की राजनीति में इन दिनों 'भूत' को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल पड़ा है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को किसी का नाम लिए बिना अपने अंदाज कहा कि इस बार जनता वोट के झाड़-फूंक से इनके सारे भूत-प्रेत छुड़ा देगी. कयास लगाया जा रहा है कि उनके इस बयान का इशारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ है.

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लालू के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, 'इस बार जनता कसके वोट की झाड़-फूंक से इनके सारे भूत-प्रेत छुड़ा देगी. विकराल बेरोजगारी, महंगाई, ध्वस्त विधि व्यवस्था, बदहाल शिक्षा व्यवस्था और घूसखोरी जैसे सतही भूत-प्रेती और डरावने मुद्दों की बात नहीं करके छलिया लोग जनता को भ्रमित करने के लिए भुतही बातें कर रहे हैं.'

इस बीच, लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी एक ट्वीट में लिखा, 'गरीबों के खेवनहार जब 2005 में सीएम (मुख्यमंत्री) आवास से निकले थे, तब उसमें एक भूत घुसा था.' राबड़ी ने आगे लिखा, 'सीएम आवास में भूत छोड़कर आया हूं. साहब के इस वाक्य का भावार्थ नीतीश जी शायद समझ नहीं पाए. 15 वर्ष बाद भी नीतीश जी आवास में सुबह-सुबह आइना देखते हैं तो उन्हें भूत ही नजर आता है.'

लालू यादव की बेटी मीसा भारती भी इस लड़ाई में कूद पड़ीं. उन्होंने ट्वीट पर लिखा, 'नीतीश जी को 15 साल बाद भूत सता रहा है! जब ज़मीन खिसक रही है तो मिट्टी की याद आ रही है! ध्यान भटकाने के लिए अब वे कौन सा बचकाना पैंतरा नहीं अपनाएंगे? यह भूत 15 साल पुराना नहीं, सम्भव है उन बच्चियों का हो जिन्हें बिहार में विभिन्न शेल्टर होम में बलात्कार कर मार गायब कर दिया गया!'

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बता दें कि नए साल की बधाई देने आए लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक किस्सा सुनाया था, जो काफी सुर्खियों में आ गया. उन्होंने कहा था कि राजद प्रमुख लालू ने एक बार उनसे कहा था, 'सीएम आवास में भूत छोड़कर आए हैं.' मीडिया में यह बयान आने के बाद अब लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी इस बहस में कूद गए हैं.