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नागरिकता बिल का जेडीयू ने किया समर्थन, प्रशांत किशोर ने बताया 'बड़ी भूल'

जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस बिल का समर्थन करके जेडीयू ने अपनी ही पार्टी में कुछ लोगों को नाराज कर दिया है.

Updated on: 10 Dec 2019, 11:38 AM

लखनऊ:

जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस बिल का समर्थन करके जेडीयू ने अपनी ही पार्टी में कुछ लोगों को नाराज कर दिया है. पार्टी के उपाध्यक्ष और चुनाव सलाहकार प्रशांत किशोर ने अपी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के फैसले पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट करके बिल के समर्थन पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा, 'नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर जेडीयू के समर्थन से दुखी हूं. यह बिल धर्म के आधार पर नागरिकता देता है जो भेदभावपूर्ण है.'

प्रशांत किशोर अपनी ही पार्टी के विरोध में बोल गए. उन्होंने कहा कि जदयू के द्वारा नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन पार्टी के संविधान से मेल नहीं करता. पार्टी के संविधान में पहले ही पन्ने पर तीन बार धर्मनिर्पेक्षता शब्द लिखा हुआ है. 

प्रशांत किशोर ने नितीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन बिल पर पार्टी का समर्थन पार्टी के नेतृत्व की विचारधारा से मेल नहीं खाता है, जो महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित था. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर जेडीयू पहले समर्थन देती हुई नहीं दिख रही थी. लेकिन सोमवार को उसने सभी को चौंकाते हुए इस बिल का समर्थन कर दिया.