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जदयू नेता की पुलिस कस्टडी में मौत, गांव वालों ने थाने पर किया पथराव

बिहार शरीफ के नगरनौसा थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में जदयू नेता की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में थानाध्यक्ष समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

Updated on: 13 Jul 2019, 11:04 AM

highlights

  • लड़की के अपहरण के आरोप में किया गया था गिरफ्तार
  • परिजनों को एक दिन बाद मिली मौत की खबर
  • 3 पुलिस वालों को सस्पेंड कर जेल भेजा गया

पटना:

बिहार शरीफ के नगरनौसा थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में जदयू नेता की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में थानाध्यक्ष समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास की मौत हो गई.

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थानाध्यक्ष कमलेश, एएसआई बलिंद्र व चौकीदार संजय पासवान को सस्पेंड करके जेल भेजा गया है. इस मामले में SC-ST थानाध्यक्ष नीलकमल ने बताया कि मृतक गणेश के बेटे ने शुक्रवार को नगरनौसा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, ASI बलिंद्र राय, चौकीदार जितेंद्र कुमार, संजय पासवान, ग्रामीण नरेश साव, पवन साव, दयानंद साव व कमलेश कुमार समेत एक अन्य पर नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है.

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इस मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए तीन को जेल भेज दिया है. वहीं चौकीदार जितेंद्र की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. एक युवती के अपहरण के मामले में पुलिस ने गणेश रविदास को हिरासत में लिया था. लेकिन जिस युवती के अपहरण में उसे गिरफ्तार किया गया था वह शुक्रवार को हिलसा पहुंची और सरेंडर करने के लिए दिनभर कोर्ट का चक्कर लगाती रही.

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जदयू नेता की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया और पत्थरबाजी हुई. जिसमें तीन पुलिस पदाधिकारी समेत कई सिपाही जख्मी हो गए. भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.

ये है पूरा मामला

जदयू के नेता रविदास नगरनौसा थाना क्षेत्र के सैदपुरा गांव में रहते थे. गांव के ही नरेश साव ने अपनी बेटी के अपहरण की आशंका जताते हुए 11 जून को प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. मृतक के बेटे ने बताया कि इस मामले में उसके पिता आरोपी भी नहीं थे.

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इसके बावजूद भी उन्हें 10 जुलाई को गिरफ्तार करके हिरासत में ले लिया गया. 11 जुलाई की रात सूचना मिली कि उनके पिता की मौत हो चुकी है. पुलिस का कहना है कि गणेश ने थाने के शौचालय में फांसी लगाकर जान दे दी. वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि गणोश को पुलिस कस्टडी में पीट-पीट कर मार डाला गया है.