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Article-370 के मुद्दे पर नीतीश कुमार की पार्टी का यू-टर्न, विरोध की बताई यह वजह

बुधवार को जेडीयू ने संसद में इस मुद्दे पर अपने विरोध के पक्ष में सफाई दी कि यदि आर्टिकल 370 को हटाने का समर्थन किया जाता तो जॉर्ज फर्नांडिस की आत्मा को दुख पहुंचता.

Updated on: 08 Aug 2019, 12:04 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के अधिकांश प्रावधानों को हटाए जाने के मुद्दे पर विरोध दर्ज करा चुकी जनता दल यूनाइटेड (JDU) अब इस मुद्दे पर नरम होती दिख रही है. बुधवार को जेडीयू ने संसद में इस मुद्दे पर अपने विरोध के पक्ष में सफाई दी कि यदि आर्टिकल 370 को हटाने का समर्थन किया जाता तो जॉर्ज फर्नांडिस की आत्मा को दुख पहुंचता. उन्होंने इस मुद्दे पर सन 1996 में ही अपना रुख तय कर दिया था. जेडीयू ने कहा है कि अब जब एक बार कानून बन गया तो वह देश का कानून हो गया और हम सब साथ हैं.

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आर्टिकल 370 पर केंद्र सरकार का विरोध करने के बाद इस मुद्दे पर जेडीयू को यह आभास हो रहा है कि जनता में इसको लेकर बीजेपी को जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है. इसलिए जेडीयू ने अब एक नए स्टैंड पर कहा है कि इस बिल का विरोध इसलिए किया क्योंकि 1996 से जो पार्टी का स्टैंड जॉर्ज फर्नांडिस ने तय कर दिया था उसके विपरीत जाने से उनकी आत्मा को दुख पहुंचता. यह बात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी सुप्रीमो नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह ने कही.

बुधवार को आरसीपी ने पटना में कहा कि पार्टी का जो स्टैंड था वह बीजेपी से छिपा नहीं था और जो बीजेपी का स्टैंड है वह भी जगजाहिर है. लेकिन अब जब यह बिल पास हो गया, अनुच्छेद 370 जब खत्म हो गया, जब एक बार कानून बन गया तो वह देश का कानून हो गया और हम सब साथ हैं. लेकिन उन्होंने साथ-साथ यह भी कहा कि जो जम्मू और कश्मीर के विकास की बात है, रोजगार की समस्या है, उसका समाधान कराया जाए.