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बिहार: रजिस्ट्रेशन के नाम पर विद्यालयों में लूट, चल रही गजब की धांधली

बिहार के रोहतास जिले के नासरीगंज उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि नवीं कक्षा का पंजीयन शुल्क बढ़ा-चढ़ा कर लिया जा रहा है.

Updated on: 04 Jul 2019, 11:41 AM

highlights

  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का लिया जा रहा है ज्यादा पैसा
  • विरोध करने वालों का नाम गलत लिख दिया जाता है
  • 20 रुपये रजिस्ट्रेशन का 50 रुपये लिया जाता है

रोहतास:

बिहार के रोहतास जिले के नासरीगंज उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि नवीं कक्षा का पंजीयन शुल्क बढ़ा-चढ़ा कर लिया जा रहा है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 220 रुपये प्रति छात्र शुल्क निर्धारित किया गया है.

लेकिन विद्यालय प्रबंधन द्वारा उन सभी छात्र-छात्राओं से 280 रुपये पंजीयन शुल्क लिया जा रहा है. उसकी पावती रसीद भी लोगों को नहीं दिया जा रहा है. वहीं छात्र छात्राओं और अभिभावकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी रोहतास से इसकी लिखित शिकायत की है.

जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तत्काल आदेश जारी करते हुए विद्यालय प्रबंधन को आदेश दिया है कि बच्चों को पंजीयन शुल्क की पावती रसीद और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा निर्धारित शुल्क ही लिया जाए और उसकी पावती रसीद सभी छात्र छात्राओं को दिया जाए.

लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य बादशाह अली के द्वारा सभी छात्र-छात्राओं से पंजीयन शुल्क ₹280 ही लिया जा रहा है. और उसकी पावती रसीद भी नहीं दी जा रही है. वहीं बच्चों ने प्रधानाचार्य से क्षुब्ध होकर रोहतास जिलाधिकारी पंकज दीक्षित से गुहार लगाई है.

डीएम अंकल आप हमारे विद्यालय में आकर देखे की हमारे विद्यालय का क्या हाल है और पंजीयन शुल्क के नाम पर हम लोगों से अधिक पैसा लिया जा रहा है. अभिभावकों की मानें तो हर साल प्रवेश और पंजीयन शुल्क वगैरह के नाम पर विद्यालय के प्रधानाचार्य बादशाह अली द्वारा अधिक पैसा लिया जाता है.

जो छात्र-छात्रा इसका विरोध करते हैं तो उसको प्रधानाचार्य के द्वारा धमकाया जाता है कि तुम्हारा रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा. वहीं छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि कि विद्यालय में कंप्यूटर भी है और उसके टीचर भी मौजूद हैं लेकिन इसके बावजूद भी रजिस्ट्रेशन विद्यालय के प्रधान लिपिक के पुत्र के पास रजिस्ट्रेशन कराने के लिए के लिए भेजा जाता है.

वहां ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए 50 रुपये लिए जाते हैं. जबकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुल्क 20 रुपये निर्धारित किए गए हैं और उसमें भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते समय जानबूझकर नाम वगैरह में गड़बड़ी कर दी जाती है.

फिर उसको सुधार करने के लिए 400 या 500 रुपये की मांग की जाती है. जिन छात्रों के रजिस्ट्रेशन में नाम की त्रुटि होती है तो मजबूरन उनको 400 या 500 रुपये लिए जाते हैं. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रेमचंद से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे आवेदन के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है.