ट्रेन के रास्ते बिहार में शराब की तस्करी, पुलिस के हाथ लगी बड़ी खेप
बिहार में शराब बंदी को लेकर जहां एक तरफ सरकार नए नए दावे कर रही है. वहीं शराब तस्कर सरकार के दावों में सेंध लगाते नजर आ रहे हैं.
लखीसराय:
बिहार में शराबबंदी को लेकर जहां एक तरफ सरकार नए-नए दावे करती है, वहीं शराब तस्कर सरकार के दावों में सेंध लगाते नजर आ रहे हैं. राज्य के अंदर शराबबंदी के बाद से ही पड़ोसी राज्यों झारखंड और बंगाल से शराब की तस्करी जारी है. इसके लिए तस्कर रेल मार्ग का भी भरपूर उपयोग कर रहे हैं. मंगलवार को लखीसराय में किऊल जीआरपी और आरपीएफ ने दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन से भारी मात्रा में विदेशी शराब के साथ 6 तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्करों को एक परिवार की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है.
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दरअसल, दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन की एस-5 बोगी में एक परिवार पटना जा रहा था. उसी बोगी में करीब दर्जन भर शराब तस्कर विदेशी शराब के साथ सवार थे. किसी बात को लेकर एक महिला यात्री का तस्करों से झगड़ा हो गया. जिससे महिला की तबीयत बिगड़ गई. वहीं इस बात से नाराज यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया.
यात्रियों के हंगामे के बाद ट्रेन को किऊल स्टेशन पर रोक कर तलाशी ली गई. जिसमें तस्करों के पास से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की गई है. बता दें कि यह ट्रेन शालीमार से आसनसोल और इसके बाद सीधे पटना स्टेशन पर रुकती है. यह तस्कर प्रशासन की नजरों से बचकर झारखंड और बंगाल से ट्रेन के रास्ते बिहार में शराब पहुंचाते हैं.
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गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद शराब का धंधा तो जरूर है, परंतु तमाम सख्ती के बाद भी यह धंधा पूरी तरह बंद नहीं है. कई तरह के अवैध तरीके से यहां शराब पहुंच रही है.
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