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बिहार (Bihar) डूबने के बाद होश में आए सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), बुलाई हाई लेवल मीटिंग (Hi-Level Meeting)

इस मीटिंग में आखिरकार ये चर्चा की जाएगी कि जलमग्न पटना के लिए कौन लोग या कौन सा डिपार्टमेंट जिम्मेदार हैं.

Updated on: 14 Oct 2019, 12:45 PM

पटना:

पटना (Patan) में जल जमाव (Water Logging) को मुद्दे को लेकर बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar)ने एक हाईलेवल मीटिंग (Hi-Level Meeting) बुलाई है. इस हाईलेवल मीटिंग में पटना और आस-पास के इलाकों में जल जमाव और गंदगी के कारणों पर चर्चा की जाएगी. पटना में गंदगी और बाढ़ के हालात के बाद पैदा हुई समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में चर्चा की जाएगी कि जलमग्न पटना के लिए कौन लोग या कौन सा डिपार्टमेंट जिम्मेदार हैं. यह मीटिंग सीएम के सरकारी आवास एक अणे मार्ग में बुलाई गई है. इस हाई लेवल मीटिंग में इस बात की पूरी जानकारी ली जाएगी की पटना (Flood in Patna) किसकी ग़लती से डूबा. कई विभागों के मंत्रियों से लेकर अधिकारी तक बैठक में शामिल होंगे. खात बात यह है कि इस बैठक से जनप्रतिनिधियों को दूर रखा गया है. सूत्रों के मुताबिक इस हाई लेवल मीटिंग में इन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है-

#1-बिहार की राजधानी पटना में आखिर जल जमाव की समस्या क्यों सामने आई.
#2-पानी निकासी की समस्या को समय रहते क्यों नहीं ढूंढ़ा गया.
#3-पटना में बड़े नालों की सफाई की गई तो फिर कैसे जाम हुआ पानी.
#4-. पटना से जल निकासी का उपाय क्या है — क्या पुनपुन का जल स्तर और गंगा का जल स्तर बढ़ने से भी समस्या हुई?
#5-पटना के नालों का नक़्शा कहां है — जल जमाव से निजात के लिए बिना नक़्शा आज तक काम कैसे हुआ?
#6- आने वाले समय में पटना में जल जमाव और दूसरी समस्या ना हो इसके लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं?
#7. स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल होने के पटना की समस्या कम होने के बजाय बढ़ती क्‍यूं जा रही है?
#8-. पटना में बड़े नालों पर को कब तक ढका जाएगा ताकि नाले को जाम की समस्या से निजात मिल सके?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हाई लेवल मीटिंग के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज गिरना तय है.

सूत्र यह भी बताते हैं कि इसकी तैयारी भी हो चुकी है और वैसे अधिकारियों की पहचान की जा चुकी है. इसी के साथ खबर ये भी है कि पटना के जल जमाव की जांच पूरी करने के लिए तीन सदस्यीय कमिटी भी बनाई जा सकती है जो कुछ वक़्त लेकर पूरी रिपोर्ट मुख्य मंत्री को दे सकते हैं. इस रिपोर्ट के आने के बाद ही सीएम नीतीश कुमार फ़ैसला कर सकते हैं.
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना इस वक्त जल जमाव और गंदगी की समस्या से जूझ रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते दिनों गंदगी और जल जमाव की समस्या को लेकर ही लोग सड़क पर उतर आए थे और उन्होंने डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के घर को घेर लिया था. बाद में बिहार पुलिस ने सुशील मोदी को उनके ही घर से रेस्क्यू करना पड़ा था.