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चमकी बुखार में लापरवाही बरतने के आरोप में स्वास्थ्य मंत्री समेत कई अन्य पर मुकदमा दर्ज

इसी के चलते बच्चों की मौत में लापरवाही बरतने के आरोप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर दर्ज मुकदमें में मुजफ्फरपुर ए सीजेएम सूर्यकांत तिवारी ने ए सीजेएम फर्स्ट को जांच का आदेश दे दिया है.

Updated on: 24 Jun 2019, 11:41 AM

नई दिल्ली:

बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं है. इसी के चलते बच्चों की मौत में लापरवाही बरतने के आरोप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर दर्ज मुकदमें में मुजफ्फरपुर ए सीजेएम सूर्यकांत तिवारी ने ए सीजेएम फर्स्ट को जांच का आदेश दे दिया है. परिवादी तमन्ना हासमी ने 16 जून को मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज करवाया था.

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अब तक मिली जानकारी के अनुसार बिहार में AES से अबतक 169 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर में अबतक 132, हाजीपुर में 11, समस्तीपुर में 6, मोतिहारी में अबतक 7, पटना में PMCH में 1, शिवहर AES में 2, भागलपुर में अबतक AES से 5, बेगूसराय में AES से 1, भोजपुर में AES से 1, सीवान में AES से 1 और बेतिया AES से 1 बच्चे के मारे जाने की खबर है.

वहीं इस मामले को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होने वाली है. दरअसल बुधवार यानी 19 जून को इस मामले में कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी जिसमें अस्पताल में उचित इंतजाम करने की मांग के साथ-साथ सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया गया था. इसी मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है .

ये याचिका वकील मनोहर प्रताप और सनप्रीत सिंह की तरफ से दाखिल की गई थी. इस याचिका में मांग की गई थी कि कोर्ट सरकार को 500 ICU का इंतजाम करने का आदेश दे. इसी के साथ ये भी अपील की गई थी कि कोर्ट सरकार से 100 मोबाईल ICU को मुजफ्फरपुर भेजे जाने और पर्याप्त संख्या में डॉक्टर उपलब्ध कराने के आदेश दे. याचिकाकर्ता ने इस मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की थी जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले की तारीख 24 जून तय की थी.