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रावण दहन कार्यक्रम में सुशील कुमार मोदी समेत नहीं पहुंचे बीजेपी नेता, जानें क्यों

रावण दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे. लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.

Updated on: 08 Oct 2019, 10:14 PM

नई दिल्ली:

पटना के गांधी मैदान में बुराई का प्रतीक रावण अपने भाई कुंभकरण और बेटे मेघनाद के साथ धू-धू कर जला. रावण दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे. लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. कार्यक्रम के दौरान उनकी कुर्सी खाली रही. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चीफ गेस्ट बनाया गया था.
सुशील कुमार मोदी के साथ-साथ इस कार्यक्रम में बीजेपी के कोई मंत्री, विधायक या नेता भी नहीं पहुंचे.

रावण दहन के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत कई नेता पहुंचे थे. उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की कुर्सी मंच पर लगी थी लेकिन वे भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.

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जेडीयू नेता अजय आलोक ने ट्वीट करके सुशील कुमार मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, 'क्या हो गया? कोई गांधी मैदान में रावण वध में नहीं आया ? रावण वध नहीं करना था क्या ?'

सुशील कुमार मोदी समेत बीजेपी नेताओं का रावण दहन कार्यक्रम में अनुपस्थित रहना यह दिखाता है कि गठबंधन में सबकुछ सही नहीं है. बाढ़ और पटना में जलजमाव को लेकर बीजेपी और जेडीयू नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है. गिरिराज सिंह इसके लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया था. गिरिराज सिंह ने कहा था कि अगर किसी अच्छे काम के लिए सरदार को ताली मिलती है तो इसके लिए सरदार को गाली भी मिलनी चाहिए. उनका इशारा नीतीश कुमार की तरफ था.

गिरिराज सिंह के इस बयान पर जेडीयू के प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले अस्वीकार्य हैं, BJP को इसे रोकना होगा और वो (JDU के साथ) गठबंधन का हिस्सा है.

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वर्मा ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा था कि बीजेपी में अगर हिम्मत है तो वह एक बार अकेले चुनाव लड़कर देख ले, उसे चुनाव नतीजों से सब कुछ समझ आ जाएगा.
बता दें कि हाल ही में पटना के कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी. जिसमें 73 लोगों की जिंदगी चली गई.