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तेजस्वी ने नीतीश सरकार के खिलाफ राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंच राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।

Updated on: 24 Jan 2018, 08:37 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार में कानून-व्यवस्था की बदहाली और दलितों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।

इस ज्ञापन में बिहार के कई मुद्दों की ओर ध्यान दिलाते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है। 

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंच राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि बिगड़ती कानून व्यवस्था और संवेदन शून्य प्रशासनिक तंत्र के कारण बीते छह महीनों में सभी समुदायों में त्राहिमाम मचा हुआ है। 

ज्ञापन सौंपने के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था निष्क्रिय हो गई है और पूरा प्रशासनिक तंत्र लाचार है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के 75 प्रतिशत सदस्य दागी हैं। 

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उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिदिन भ्रष्टाचार के नए-नए मामलों का खुलासा हो रहा है तथा जनादेश की डकैती करने वाली सरकार के आते ही दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय पर जुल्म का एक नया सिलसिला शुरू हो गया है। 

ज्ञापन में बक्सर के नंदन गांव की घटना का जिक्र करते हुए कहा गया है कि बेकसूर और निहत्थे दलितों के साथ अत्याचार किया गया और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। ज्ञापन में शौचालय, सृजन सहित कई घोटालों का आरोप लगाते हुए कहा गया कि इस सरकार के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। 

तेजस्वी ने कहा कि उनकी बातों को राज्यपाल ने ध्यानपूर्वक सुना है। प्रतिनिधिमंडल में आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव थे। 

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