logo-image

पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी बोलीं, एनआरएस अस्पताल की घटना बीजेपी की साजिश

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को सरकारी एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो जूनियर चिकित्सकों पर हमले की घटनाओं की पूरी श्रृंखला की जांच का आदेश दिया.

Updated on: 14 Jun 2019, 06:18 AM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को सरकारी एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दो जूनियर चिकित्सकों पर हमले की घटनाओं की पूरी श्रृंखला की जांच का आदेश दिया और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस घटना का इस्तेमाल सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए कर रही है. ममता ने संवाददाताओं से कहा, "सेवा में सभी बाधाओं के बीच भाजपा इसके बीच हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा ले आई है.

यह भी पढ़ें ः World Cup: भारत-न्यूजीलैंड का मैच रद्द होने के बाद केन विलियमसन का बयान, कहा- चार दिन से नहीं देखा सूरज

ममता बनर्जी ने आगे कहा, मैं देख रही हूं कि मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भी परेशानी बढ़ा रही है. मैं माकपा व भाजपा के बीच की दोस्ती को देखकर हैरान हूं." उन्होंने कहा कि एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की घटनाओं की मुकम्मल जांच होगी. एनआरएस अस्पताल में मंगलवार सुबह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. ऐसा 75 साल के बुजुर्ग मरीज की सोमवार देर रात मौत हो जाने के बाद परिजनों द्वारा कथित तौर पर जूनियर चिकित्सक को पीटे जाने की वजह से हुआ.

यह भी पढ़ें ः चक्रवात ‘वायु’ ने रास्ता बदला, गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं

मंगलवार सुबह को अस्पताल की नियमित सेवाओं को ठप कर दिया गया. मृत मरीज के परिवार के सदस्यों ने चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया. एक इंटर्न परिबाहा मुखर्जी को हमले में सिर में गंभीर चोट आई है और उसे कोलकाता पार्क सर्कस इलाके के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज के इंटेनसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया है.

यह भी पढ़ें ः अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : योगाचार्य बने PM नरेंद्र मोदी, देखें उनका एनिमेटेड Video

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि चिकित्सकों ने सरकार व पुलिस की कार्रवाई के बाद भी काम बंद रखा. ममता बनर्जी ने इसे 'राजनीतिक साजिश' बताया. उन्होंने कहा, "भाजपा ऐसा कहकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है कि चिकित्सकों को मुस्लिम मरीजों को नहीं देखना चाहिए और उन्हें सिर्फ भाजपा के मरीजों को देखना चाहिए."

यह भी पढ़ें ः SCO Summit: प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बातचीत, जानें वार्ता से क्या आया सामने

ममता बनर्जी ने पुलवामा हमले का उदाहरण दिया, जिसमें बहुत से लोग मारे गए लेकिन सेना के अधिकारियों ने यह नहीं कहा कि वे सेवाएं नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि इसी तरह से पुलिस अधिकारी, अग्निशमन कर्मी व चिकित्सक सेवाओं को बाधित नहीं कर सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा यह बताने की कोशिश कर रही है कि राज्य में अराजकता है, ममता बनर्जी ने कहा, "पश्चिम बंगाल शांतिपूर्ण राज्य है. यह गृह मंत्री अमित शाह हैं जो पार्टी अध्यक्ष हैं. वे अपने कैडरों को भ्रम और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और फेसबुक पर प्रचार के लिए प्रेरित कर रहे हैं."

यह भी पढ़ें ः सीएम योगी की शादी का फर्जी कार्ड वायरल करना बहुत महंगा पड़ गया, जानिए क्यों

ममता बनर्जी ने कहा, "अगर जूनियर चिकित्सकों का एक समुदाय है तो जनता का उससे भी बड़ा समुदाय है. आप क्यों नहीं सोच रहे हैं, अगर जनता नाराज हो गई तो क्या होगा." ममता बनर्जी ने चेताया कि अगर सेवा में बाधा जारी रहती है तो कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल की सेवाओं को बाधित करना अपराध है.

यह भी पढ़ें ः Top 10 News: SCO सम्मिट से लेकर वायु चक्रवात से जुड़ी बड़ी खबरों के लिए पढ़ें यहां

मुख्यमंत्री ने यह भी बिंदु उठाया कि सरकारी अस्पतालों में प्रशिक्षित होने वाले चिकित्सक या तो निजी अस्पतालों में या दूसरे राज्यों में चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार मेडिकल अध्ययन पर डोमेसाइल नीति पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा, "मैंने पहले से ही डोमेसाइल ए कानून लाने के बारे सोचा है, जिससे करीब 20 फीसदी छात्र (बंगाल से) कोर्स में शामिल हो सकेंगे."