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उत्तर प्रदेश चुनाव: क्या अखिलेश यादव ज्योतिष की सलाह पर सुल्तानपुर से कर रहे हैं चुनावी आगाज?

सुल्तानपुर में पांचवे दौर में चुनाव होने हैं। ऐसे में सवाल है कि अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी में दंगल के बाद आखिर सुल्तानपुर से ही चुनावी कैंपेन की शुरुआत क्यों कर रहे हैं?

Updated on: 24 Jan 2017, 02:05 PM

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी में हाल के दिनों मे मचे सियासी घमासान के थमने के बाद अखिलेश यादव मंगलवार से सुल्तानपुर से अपने चुनावी रैलियों का आगाज कर रहे हैं। अखिलेश को सुल्तानपुर में दो जनसभाएं संबोधित करनी हैं। लेकिन सवाल उठने लगे हैं कि आखिरकार अखिलेश ने इस आगाज के लिए सुल्तानपुर को क्यों चुना?

चुनाव पांचवे दौर में लेकिन प्रचार सबसे पहले क्यों?

अखिलेश यादव मंगलवार को सुल्तानपुर में 2 जनसभाओं को संबोधित करेंगे। लेकिन रोचक बात ये है कि यहां चुनाव पांचवें दौर में 27 फरवरी को होने हैं। जबकि सीएम अखिलेश यादव अपनी चुनावी रैलियों के सफर का आगाज़ यहीं से कर रहे है।

आमतौर पर पार्टियां और नेता क्रमवार तरीके से रैलियों और प्रचार अभियान को अंजाम देते हैं।

ज्योतिष को मानते हैं अखिलेश!

माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ज्योतिष को मानते है। किसी ज्योतिष ने उन्हें बताया है कि सुल्तानपुर त्रिकोण का केंद्र है।

सुल्तानपुर से जितनी दूर राम की नगरी आयोध्या है उतनी ही दूर शिव की नगरी वाराणसी और तीन नदियों के संगम के लिए प्रसिद्ध प्रयाग यानि इलाहाबाद भी है। लिहाजा यहां से शुरुआत शुभ होगा। शुभ कार्यो की शुरुआत के लिए दिशा का चुनाव भी जरुरी होता है। सियासत के लिए भी यह बेहद अहम है।

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एक और खास बात यह भी है कि यहां की 5 विधान सभा सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा है। इतना ही नहीं सदर विधायक अरुण वर्मा यूथ लीडर और साथ ही सीएम के करीबी भी हैं।

साथ ही माना जा रहा है कि यहा से शुरुआत कर अखिलेश पूर्वांचल पर फोकस जताने और उसकी अहमियत को साधने की कोशिश करेंगे।

जिस पार्टी ने यहां से जीता सीट, सत्ता की चाबी भी उसी के हाथ में

सदर विधानसभा सीट का एक इतिहास ये भी रहा है कि यहां से जिस पार्टी का विधायक रहा यूपी की सत्ता की कुंजी भी उसी पार्टी के हाथों में रही है।

बताते चलें कि रविवार को ही अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी किया था। यूपी में सात चरणों में चुनाव होने हैं। जबकि वोटों की गिनती का काम 11 मार्च को होगा।