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NTPC हादसा: राहुल गांधी गुजरात चुनाव प्रचार बीच में छोड़ पीड़ितों से मिलने रायबरेली पहुंचे

रायबरेली कांग्रेस के प्रेसिडेंट सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी ने इस घटना पर दुख ज़ाहिर किया है।

Updated on: 02 Nov 2017, 11:13 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मौजूद बिजली कंपनी एनटीपीसी का बॉयलर फटने से 20 मज़दूरों की मौत हो गई है
  • घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) हादसे में 26 से लोगों की मौत हो चुकी है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात का चुनाव प्रचार बीच में ही छोड़ पीड़ितों और उनके परिवार वालों से मिलने रायबरेली पहुंच गए हैं। 

एनटीपीसी पावर प्लांट में बॉयलर फटने से 26 लोगों की मौत हो गई है और 80 लोग झुलस गए हैं। 

अधिकारियों के मुताबिक, घायलों को जिला अस्पताल के साथ साथ इलाहाबाद के अस्पताल और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत नाजुक है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त संयंत्र में लगभग 150 मजदूर काम कर रहे थे। जहां यह हादसा हुआ, वहां 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊंचाहार दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव (गृह) को बचाव और राहत कार्य के लिए हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं।

इसके साथ ही जिलाधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। 

रायबरेली कांग्रेस के प्रेसिडेंट सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी ने इस घटना पर दुख ज़ाहिर किया है। साथ ही संबंधित अधिकारियों से भरसक मदद करने की अपील की है।

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को रायबरेली में घटनास्थल का दौरा करेंगे। साथ ही सुरक्षा और बचाव कार्यों ता जायज़ा लेंगे।

घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक मजदूरों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का आदेश दिया है वहीं गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार जबकि मामूली रूप से घायल मजदूरों को 25-25 हजार रुपये दिए जाएंगे।

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत नाजुक है। 

प्रधान सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहा कि एनडीआरएफ की एक टीम लखनऊ से ऊंचाहार भेजी गई है।

रायबरेली के सीएमओ के.के. सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में आठ शव पहुंचे हैं।

इस बीच दुर्घटना के बाद एनटीपीसी की तरफ से आधिकारिक बयान आया है। बयान में जिसमें कहा गया है कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। 500 मेगावाट की अंडर ट्रायल यूनिट में ये हादसा हुआ है।

जिला प्रशासन के साथ मिलकर रेस्क्यू अपरेशन जारी है। झुलसे लोगों में 22 की हालत नाजुक है। इनमें से 15 रायबरेली के अस्पताल में हैं। कुछ को इलाहाबाद व लखनऊ भेजा गया है।

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पीएम मोदी ने ट्विटर पर इस घटना को लेकर अपना दुख प्रकट किया है। स्थिती पर काफी क़रीब से निगरानी रखी जा रही है। मैं काफी दर्द महसूस कर रहा हूं। भगवान परिवारजनों को इस दुख की घड़ी में साहस प्रदान करें। 

इधर, एनटीपीसी हादसा के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह ने पूरे मामले से जानकारी ली है। दुर्घटना को लेकर उन्होंने ट्वीट किया है कि एनटीपीसी हादसा दुखद है। मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लगातार उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क में हैं।

मारीशस दौरे पर गए सीएम आदित्यनाथ योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव (गृह) को बचाव एवं राहत कार्य हेतु हरसंभव मदद उपलब्ध के निर्देश दिए हैं।

रायबरेली के डीएम समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं। घायलों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर एसजीपीजीआई में कराने का निर्देश दिया है। साथ ही कहा है कि घायलों के इलाज का खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी।

उधर डीएम समेत तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। कमिश्नर लखनऊ और आईजी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। 

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