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हम भेड़-भैंस नहीं जिन्हें खरीदा जाए, TRS में विलय के बाद विधायक ने साधा कांग्रेस पर निशाना

इस मामले को लेकर कांग्रेस कोर्ट भी गई थी जिसके बाद तेलंगाना हाईकोर्ट ने विधायकों को नोटिस जारी किया था. इस बारे में रेड्डी का कहना है कि विधायकों की तरफ से नोटिस का जवाब जल्द दे दिया जाएगा

Updated on: 13 Jun 2019, 12:21 PM

highlights

  • टीआरएस में विलय के बाद 12 विधायकों ने साधा कांग्रेस पर निशाना
  • कहा, 'हम कोई भेड़ या भैंस नहीं जिन्हें खरीदा जा सकता हो'
  • कहा, 'कोर्ट के नोटिस का भी जल्द देंगे जवाब'

नई दिल्ली:

तेलंगाना में कांग्रेस के 12 विधायक तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल हो गए हैं जिसके बाद से पार्टी और विधायकों के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. दरअसल 12 विधायकों के टीआरएस में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने कहा था कि, 'टीआरएस ने उन्हें लालच दिया था.' इसके साथ ही पार्टी भूख हड़ताल पर भी बैठी थी. वहीं अब इस मामले में 12 विधायकों में से एक विधायक गांद्रा वेंकटरमन रेड्डी का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'वो कोई भेड़ या भैंस नहीं जिन्हें खरीदा जा सकता हो'.

मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक उन्होंने कहा कि, 'वो संविधान के नियमों का पालन करते हुए टीआरएस में शामिल हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस का कहना है कि टीआरएस में शामिल होने के लिए विधायकों को लालच या डर दिखाया गया या उन्हें खरीदा गया.' उन्होंने कहा, हम बच्चे नहीं है जो डर जाएंगे, हम भेड़ या भैंस भी नहीं, जिन्हें खरीदा गया.'

बता दें इस मामले को लेकर कांग्रेस कोर्ट भी गई थी जिसके बाद तेलंगाना हाईकोर्ट ने विधायकों को नोटिस जारी किया था. इस बारे में रेड्डी का कहना है कि विधायकों की तरफ से नोटिस का जवाब जल्द दे दिया जाएगा.

बता दें कि तेलंगाना सदन में मुख्य विपक्षी कांग्रेस के 12 सदस्य हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात की और टीआएएस में सीएलपी में विलय को लेकर एक पत्र सौंपा. वह बाद में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आधिकारिक आवास प्रगति भवन गए. 11 विधायकों ने पहले ही टीआरएस में शामिल होने की घोषणा कर दी थी. बाद में तांडू विधानसभा क्षेत्र के रोहित रेड्डी ने भी टीआरएस में शामिल होने की घोषणा कर दी.

कांग्रेस ने टीआरएस पर साधा था निशाना

अपने साथियों से मिले धोखे को लेकर कांग्रेस ने कहा कि जिस तरह से जनादेश और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला जा रहा है, भारतीयों को यह देखने की आदत नहीं है. यह दिन-दहाड़े लोकतंत्र की हत्या है. क्योंकि कोई सत्ता में है, उसके पास संसाधन है और एजेंसियों को नियंत्रित कर सकता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि सत्ता का दुरुपयोग किया जाए.

कांग्रेस नेता पवन खेरा ने कहा कि ये विधायक मतदाताओं द्वारा चुने गए थे जिन्होंने टीआरएस को खारिज कर दिया था और कांग्रेस के लिए वोट किया था. यह लोगों के जनादेश की हत्या है. भारत कभी भी इस दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या को नहीं भूलेगा.