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हरियाणा के लिंग अनुपात में सुधार, 1000 लड़कों पर 914 लड़कियां

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 में लिंगानुपात प्रति 1000 लड़कों पर 914 लड़कियों का रहा।

Updated on: 15 Jan 2018, 12:34 PM

highlights

  • हरियाणा में लिंग अनुपात में बड़े पैमाने में सुधार हुआ है
  • साल 2017 में लिंगानुपात प्रति 1000 लड़कों पर 914 लड़कियों का रहा

चंडीगढ़:

हरियाणा में लिंग अनुपात में बड़े पैमाने में सुधार हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 में लिंगानुपात प्रति 1000 लड़कों पर 914 लड़कियों का रहा। जिसमें पानीपत 945 के एसआरबी के आंकड़े के साथ सर्वोच्च स्थान पर रहा।

2016 में प्रति 1000 लड़कों पर यह आंकड़ा 900 और 2015 में 876 था। राज्य के 17 जिलों में 900 या उससे ज्यादा का आंकड़ा देखने को मिला है। वहीं किसी भी जिले में लिंगानुपात का आंकड़ा 880 से कम नहीं है।

राज्य सरकार ने इस उपलब्धि का श्रेय केंद्र सरकार की मुहिम 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' दिया है। जारी बयान में कहा गया कि लिंग अनुपात में सुधार सरकार के इस ओर लगातार किए गए प्रयास का नतीजा है। बता दें कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' मुहिम की शुरुआत की थी।

साल 2011 से राज्य में लिंगानुपात के आंकड़ों में सुधार देखने को मिला है। साल 2011 में राज्य में प्रति 1000 लड़कियों पर 834 लड़के थे। इसके बाद से हर साल लिंगानुपात के आंकड़ों में सुधार देखने को मिल रहा है।

प्रदेश में जन्मे 5,09,290 बच्चों में से 2,66,064 लड़के और 2,43,226 लड़कियां हैं।

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