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SP विधायक बोले, गठबंधन नहीं होता तो मायावती का खाता नहीं खुलता और सपा जीतती 25 सीटें

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को दिल्ली में यह घोषणा की है कि बसपा उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को अकेले लड़ेगी. सपा विधायक हरिओम यादव ने इसे लेकर मायावती पर निशाना साधा है.

Updated on: 03 Jun 2019, 11:17 PM

लखनऊ:

लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा के साथ गठबंधन के बावजूद उम्मीद के अनुसार नतीजे न मिलने से नाखुश बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को दिल्ली में यह घोषणा की है कि बसपा उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को अकेले लड़ेगी. मायावती ने सेंट्रल ऑफिस में हुई मीटिंग में यह आरोप भी लगाया कि यादव वोट बसपा में ट्रांसफर नहीं हुए हैं.

बसपा सुप्रीमो के इस बयान के बाद शिकोहाबाद से सपा विधायक हरिओम यादव ने कहा है कि गठबंधन से केवल मायावती को ही फायदा मिला है. अगर गठबंधन नहीं होता तो बसपा जीरो पर ही रहती और सपा कम से कम 25 सीटों पर जीत हासिल करती.

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उन्होंने आगे यह भी कहा कि यादवों ने उन्हें वोट दिया है. यादव जिसके साथ होते हैं वफादारी से होते हैं. असल बात तो यह है कि समाजवादी पार्टी को बहन जी
के लोगों ने वोट नहीं दिया है.

अगर बहन जी का आरोप है कि यादवों ने उन्‍हें वोट नहीं दिया तो मैं बता दूं कि यादव बफादार होते हैं और जिसके साथ रहते हैं उसका पूरा साथ देते हैं. सच तो यह है कि बहन जी के लोगों ने समाजवादी पार्टी को वोट नहीं दिया है. यही वजह है कि हमें गठबंधन का कोई फायदा नहीं हुआ.

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हरिओम यादव ने आगे कहा कि उन्होंने 22 जनवरी को रामलीला मैदान में रैली में कहा था कि चुनाव के बाद ही यह गठबंधन टूट जाएगा. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के तहत यूपी में बसपा ने 38 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिसमें सिर्फ 10 सीटों पर उसे जीत हासिल हुई. जबकि सपा ने 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 5 सीटों पर जीत हासिल हुई.