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भीषण गर्मी ने बिगाड़ा रसोई का गणित, गरीबों की थाली से सब्जियां नदारद

गर्मी की वजह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, कइयों की थाली से टमाटर गायब, जायका बिगड़ा

Updated on: 13 Jun 2019, 07:00 AM

highlights

  • सब्जी की कीमत छू रही आसमान
  • गरीबों की थाली से सब्जी गायब
  • भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त



नई दिल्ली:

राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है. आमजन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. वहीं इस गर्मी से किसान और व्यापारी परेशान हैं. महंगी सब्जियों ने किचन का जायका भी बिगाड़ दिया है. गर्मी के कारण सब्जियां खेत मे ही जल रही हैं. यही हाल फलों का भी है. सब्जियां इन दिनों महंगी हो गई हैं. सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हरी सब्जी महंगी हो रही है. वहीं टमाटर और लाल हो गया है. आलम यह है कि टमाटर इन दिनों 40 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. इस वजह से रसोई का जायका बिगड़ गया है. साथ ही घर का बजट भी गड़बड़ा रहा है. गर्मी के कारण एक बार फिर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. यही वजह है कि कइयों की थाली से टमाटर गायब हो गया है.

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सब्जी के दामों में वृद्धी होने की वजह से गरीबों की थाली से सब्जियां नदारद हो गई हैं. गर्मी के कारण सब्जियों की कीमतों में काफी तेजी आई हैं. जिस कारण गरीब लोगों ने सब्जियां खाना बंद ही कर दिया है. उन्होंने कहा कि पहले इन दिनों सब्जियों के दाम काफी कम होते थे और हर कोई सब्जियों का इस मौसम में भरपूर इस्तेमाल करता था. मौजूदा समय में टमाटर, कद्दू, हरी मिर्ची, तमाम हरी सब्जियां व फलों के दाम ही इतने बढ़ गए हैं कि लोगों ने कई सब्जियां और फल का इस्तेमाल करना बन्द कर दिया है. विशेषकर गर्मियों में अधिक पीने वाला नारियल पानी भी काफी महंगा हो गया है.

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वहीं, सब्जी विक्रेता ने कहा कि सब्जियों के दाम बढ़ने से कारोबार भी प्रभावित हो रहा है. पहले एक दिन में खाली टमाटर ही 60 से 80 किलोग्राम तक
बिक जाता था. अब मुश्किल से पांच से सात किलो ही बिक पाता है. पीछे से ही सब्जियां महंगी आ रही हैं तो उन्हें मजबूरन महंगे दामों पर बेचना पड़ रहा
है. दरअसल सब्जी मंडी में टमाटर 40 किलो बिक रहा है. मुहाना सब्जी मंडी में ग्राहकों और व्यापारियों का रेला लगता था, लेकिन आज सूनापन है. मंडी में प्रतिदिन 300 ट्रक आते थे, लेकिन अभी 100 से 125 गाड़ियां आ रही हैं.