logo-image

राजस्थान: जानें क्यों बदला इस गांव का नाम, 'मियों का बाड़ा' बन गया 'महेश नगर'

गांव के सरपंच का कहना है कि 'मियों का बाड़ा' से नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है।

Updated on: 09 Aug 2018, 03:55 PM

नई दिल्ली:

उत्तरप्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल स्टेशन किये जाने के बाद बीजेपी शासित राज्यों में अपने क्षेत्र के महापुरुषों के नाम पर रखने की मांग तेज हो गई है। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बाड़मेंर जिले के एक गांव का नाम सरकार ने बदल दिया है। मियों का बाड़ा नाम से मशहूर इस गांव का नाम बदलकर सरकार ने 'महेश नगर' कर दिया है।

इसको लेकर गृह मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय को राज्य की बीजेपी सरकार ने इस साल की शुरुआत में प्रस्ताव भेजा था, जिसे गृह मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी है।

वही गांव के सरपंच का कहना है कि 'मियों का बाड़ा' से नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है।

और पढ़ें: राजस्थान: मोबाइल टावर पर चढ़ा कर्ज से परेशान बिजनेसमैन, पुलिस जांच में जुटी

उनका कहना है कि 'इस गांव में शिव के होने की वजह से इसका नाम महेश नगर रखा गया है। इससे पहले गांव का यही नाम था। लेकिन वक्त के साथ लोगों की बोली में बदलाव और पलायन के चलते इसे मियों का बाड़ा बुलाया जाने लगा।

नियमों के अनुसार 'राज्य सरकार चाहे तो किसी भी गांव का नाम बदल सकती है। राजस्थान के पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, पोस्ट विभाग और जीएसआई को इस संबंध में एक सूचना भेजी जानी है।

और पढ़ें: बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं, वसुंधरा सरकार अपनी नाकामी से हारेगी चुनाव: सचिन पायलट

मुगलसराय के नाम बदलने के बाद विरोधियों के तीखे तेवर देखने वाली भारतीय जनता पार्टी अब इस नए नाम परिवर्तन को लेकर क्या स्टैंड रखती है यह देखने वाली बात होगी।