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GTB हॉस्पिटल इंजेक्शन कांड: NHRC का दिल्ली की केजरीवाल सरकार को नोटिस

गलत इंजेक्शन लगने की वजह से 20 लोगों की आंखों की रोशनी प्रभावित हुई थी।

Updated on: 07 Apr 2017, 07:17 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने गुरु तेगबहादुर हॉस्पिटल में ग़लत इंजेक्शन लगाने के मामले में दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है।

बता दें कि 2 अप्रैल 2017 को गुरु तेगबहादुर हॉस्पिटल से 20 रोगियों को एम्स में भर्ती कराया गया था। इन मरीज़ों की शिकायत थी कि इनकी आंखों से पानी आ रहा था और धुंधला दिखाई दे रहा था। जिसके बाद एनएचआरसी ने मीडिया में आई ख़बरों पर ख़ुद से संज्ञान लेते हुए दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है।

बताया जा रहा है कि 20 मरीज़ों में से 8 मरीज़ों की हालत इतनी ख़राब है कि अब उनकों अपनी आंखों की सर्जरी करानी होगी। एनएचआरसी ने माना है कि इस मामले में अस्पताल मैनेजमेंट और डॉक्टरों की तरफ़ से गंभीर लापरवाही हुई है। इसलिए दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस लिखकर एक सप्ताह में जवाब देने को कहा है।

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दरअसल दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगने की वजह से 20 लोगों की आंखों की रोशनी प्रभावित हुई थी। इसके बाद उन्हें एम्स में रिफर किया गया। खबरों के अनुसार, जीटीबी एन्क्लेव निवासी आर. एन. शर्मा (70 वर्ष), अब्दुल गफ्फार समेत कई लोग एक अप्रैल को आंखों में पानी आने की समस्या की वजह से जीटीबी अस्पताल गए थे।

अस्पताल में डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाने की बात की। शर्मा को दोपहर में इंजेक्शन लगाया गया और रात में उन्हें आंखों से कम दिखने लगा। अगले दिन जब वे इसकी शिकायत करने अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने इन्फेक्शन की बात कहकर एम्स अस्पताल भेज दिया।

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