logo-image

राजस्थान: कपिल गर्ग ने DGP के तौर पर संभाली कमान, कहा- मॉब लिंचिंग पर नियंत्रण हमारी प्राथमिकता

शुक्रवार को कपिल गर्ग ने राजस्थान के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) के तौर पर पद ग्रहण करते ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी तरह की मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

Updated on: 21 Dec 2018, 02:04 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान में सरकार बदलते ही प्रशासन के काम करने के तरीके में भी बदलाव दिखने लगा है. शुक्रवार को कपिल गर्ग ने राजस्थान के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) के तौर पर पद ग्रहण करते ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी तरह की मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी. न्यूज़ नेशन से एक्सक्लूसिव बात करते हुए राजस्थान के डीजीपी कपिल गर्ग ने कहा, 'भीड़ द्वारा हत्या से ज़्यादा घृणित अपराध और कुछ नहीं है. इस तरह के जो भी तत्व हैं उनसे सख़्ती से निपटा जाएगा.'

गर्ग ने राज्य में पुलिस की छवि सुधारने की बात करते हुए कहा कि 'हमारी कोशिश रहेगी कि पुलिस की छवि राज्य में पुलिस मित्र की बने. राजस्थान पुलिस तकनीक में आगे बढे, अपराध पर नियंत्रण हमारी प्राथमिकता रहेगी, पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए होगा कार्य.'

उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र में सबसे बड़ा अधिकारी आमजन होता है. मेरा मकसद होगा कि पुलिस को नागरिक मित्र माने. राज्य में कानून का राज्य रहे. आमजन से अपील करता हूं कानून के राज में सहयोग करें. कमजोर वर्ग, महिला और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दूंगा. आमजन में विश्वास अपराधियों में भय के ध्येय वाक्य के साथ काम करूंगा.'

ज़ाहिर है इससे पहले वसुंधरा राजे नेतृत्व की बीजेपी सरकार के दौरान राजस्थान में मॉब लिंचिंग की कई घटना सामने आई थी. राजस्थान के अलवर में 20 जुलाई 2018 को भीड़ ने रकबर ख़ान उर्फ अरबर को कशित गोकशी के शक़ में बूरी तरह से पीटा था. इतना ही नहीं इस घटना में पुलिस द्वारा भी बर्बरतापूर्ण पिटाई और अस्पताल पहुंचाने में देरी करने का मामला सामने आया था.

वहीं अप्रैल 2017 को भीड़ ने पहलू ख़ान को मार डाला था. पहलू ख़ान वही शख़्स है जो हरियाणा से राजस्थान उच्च नस्ल की गायें खरीदने पहुंचे थे. पहलू हरियाणा में दूध बेचने का काम करते थे. इन घटनाओं को लेकर राज्य सरकार को प्रशासनिक रूप से असफल करार दे दिया गया था. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि राज्य में इन घटनाओं की वजह से भी लोग बीजेपी से नाराज़ थे.

बता दें कि राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया है और इस बदलाव के तहत कई आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अफसरों के तबादले भी किए गए हैं. इसी बदलाव के तहत कपिल गर्ग को राजस्थान का नया पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. कपिल गर्ग ओपी गल्होत्रा की जगह लेंगे, वहीं ओपी गल्होत्रा को डीजी होमगार्ड बनाया गया है.

और पढ़ें- मणिपुर: पत्रकार की गिरफ्तारी पर पत्नी का सवाल, सरकार की आलोचना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा कैसे?

आनंद कुमार श्रीवास्तव को जयपुर का पुलिस आयुक्त बनाया गया है. जबकि एनआरके रेड्डी को सरदार पटेल विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है. पंकज कुमार सिंह को एडीजी ट्रैफिक बनाया गया है. बीएल सोनी को एडीजी क्राइम बनाया गया है. उमेश मिश्रा को एडीजी इंटेलीजेंस बनाया गया है. दिनेश एमएन आईजी इंटेलिजेंस होंगे. विजय कुमार को आईजी रूल्स बनाये गये है.