logo-image

नक्सलियों ने दी थी हिना कांवरे को धमकी, 14 जनवरी तक पैसा नहीं मिला तो 16 जनवरी आख़िरी दिन होगा

मध्‍य प्रदेश विधानसभा उपाध्‍यक्ष हिना कावरे को नक्‍सलियों ने जान से मारने की धमकी दी थी. 10 दिन पहले पत्र भेजकर नक्‍सिलयों ने हिना कावरे से 20 लाख रुपये मांगे थे.

Updated on: 14 Jan 2019, 03:44 PM

भोपाल:

मध्‍य प्रदेश विधानसभा उपाध्‍यक्ष हिना कांवरे को नक्‍सलियों ने जान से मारने की धमकी दी थी. 10 दिन पहले पत्र भेजकर नक्‍सिलयों ने हिना कावरे से 20 लाख रुपये मांगे थे. नहीं देने पर नक्‍सलियों के पत्र में लिखा गया था की 14 जनवरी तक पैसा नहीं मिला तो 16 जनवरी आख़िरी दिन होगा . बता दें रविवार रात एक ट्रक ने हिना कावरे के काफिले में पीछे से एक वाहन टक्कर दी जिससे वह चकनाचूर हो गई. इस हादसे में हिना कावरे बाल-बाल बच गईं और चार लोगों की मौत हो गई. बता दें हिना के पिता और पूर्व मंत्री लिखीराम कांवरे की 1999 में उनके घर पर नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हिना कांवरे रविवार की देर रात को लगभग साढ़े 12 बजे जिला मुख्यालय से लॉजी लौट रही थी. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे.
इसी के तहत उनके साथ सुरक्षा बल के कई वाहन थे. इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक ने कांवरे के फॉलो वाहन को टक्कर मार दी.  पुलिस के अनुसार, टेका गांव के पास हुए इस हादसे में तीन पुलिस कर्मियों, उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) हर्षवर्धन सोलंगी, प्रधान आरक्षक (हेड कांस्टेबल) हामिद खान, आरक्षक (कांस्टेबल) राहुल कोलार व निजी वाहन चालक सचिन की मौत हो गई है.  

यह भी पढ़ेंः मध्यप्रदेश के बच्चों को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, 10 साल की बच्ची ने कायम की थी बहादुरी की मिसाल

वहीं, इस हादसे में एक पुलिस जवान घायल हो गया, जिसकी हालत गंभीर बनी है. सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है.  हिना कांवरे ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि सामने से आ रहे ट्रक से किसी तरह उनके वाहन चालक ने अपने को सुरक्षित बचाया, लेकिन ट्रक ने पीछे चल रहे वाहन को टक्कर मार ही दी.  उन्होंने कहा कि इस हादसे में सुरक्षा कर्मियों का वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, वाहन में फंसे लोगों को मुश्किल से बाहर निकाला गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका, इसका बेहद दुख है.  

यह भी पढ़ेंः VIDEO: दहशत के वो 20 मिनट, पेड़ पर वनकर्मी, नीचे टाइगर और मौत सामने से गुजर गई

वहीं मरने वालों में एक सब इंस्पेक्टर, एक हेड कॉस्टेबल, एक कांस्टेबल सहित एक प्राइवेट ड्राइवर की मौत हो गई. यह हादसा बालाघाट में कुछ निजी आयोजनों में हिस्सा लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष के अपने ग्रह ग्राम किरनापुर लौटते वक्त बालाघाट से 16 किमी दूर सलेटका के पास हुआ. ट्रक ने पीछे से काफिले के वाहन को इतनी जोरदार टक्कर मारी की गाड़ी भी चकनाचूर हो गई.