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नीतीश महागठबंधन में वापस आकर खुद को पीएम और तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते थे: राबड़ी देवी

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) की बयानबाजी के बीच बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर एक ऐसा दावा किया है जिससे बिहार में सियासी पारा बढ़ गया है.

Updated on: 13 Apr 2019, 06:03 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) की बयानबाजी के बीच बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर एक ऐसा दावा किया है जिससे बिहार में सियासी पारा बढ़ गया है. राबड़ी देवी ने दावा किया है कि गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार वापस आना चाहते थे. महागठबंधन में शामिल होकर वह खुद को प्रधानमंत्री और तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे. वो चाहते थे कि इसकी घोषणा हम करें.

राबड़ी देवी ने बताया कि नीतीश कुमार वापस आना चाहते थे. उन्होंने कहा था कि मैं तेजस्वी को 2020 में मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता हूं. आप मेरा नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर ऐलान कर दीजिए. यहां तक कि महागठबंधन से जदयू के अलग होने के बाद प्रशांत किशोर पांच बार हमसे मिलने आए.

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राबड़ी देवी ने शुक्रवार को दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने उनके पति लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करके यह प्रस्ताव रखा था कि राजद और नीतीश कुमार का जद(यू) में विलय हो जाए और इस प्रकार बनने वाले नए दल को चुनावों से पहले अपने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर प्रशांत किशोर, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के इस प्रस्ताव को लेकर मुलाकात करने से इनकार करते हैं तो वह सफेद झूठ बोल रहे हैं.

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RJD की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने कहा कि मैं इस बात से बहुत नाराज हुई. मैने उनसे निकल जाने को कहा. क्योंकि नीतीश के धोखा देने के बाद मुझे उन पर भरोसा नहीं रहा. आपको बता दें कि साल 2017 में नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए में शामिल हो गए थे. राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी इस बात के गवाह हैं कि पीके ने हमसे कम से कम पांच बार मुलाकात की.

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इनमें से अधिकांश तो यहीं (दस सर्कुलर रोड) पर हुईं और एक दो दूसरी जगह हुई. बीते सास सितंबर में JDU के पूर्ण सदस्य बने किशोर ने ट्विटर पर यह स्वीकार किया कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता लेने से पहले प्रसाद से कई बार मुलाकात की थी. किशोर ने कहा कि अगर वह यह बताएं कि किस बात पर चर्चा हुई. अगर उन्होंने यह बता दिया तो फिर उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी.