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गुजरात चुनाव: PM मोदी ने जनता को लिखा पत्र- 'जाति नहीं, विकास का बटन दबाएं'

गुजरात विधानसभा के लिए तेज होते चुनाव प्रचार के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चिट्ठी लिखकर जातिवाद के नाम पर वोट नहीं देने की अपील की है।

Updated on: 08 Nov 2017, 12:00 AM

highlights

  • पीएम मोदी ने गुजरात को लोगों को लिखा पत्र, कहा- जातिवाद के नाम पर वोट नहीं दें
  • मोदी ने कहा- भूतकाल में गुजरात की दशा ऐसी थी, जिसकी कल्पना 22 से 25 साल का नौजवान नहीं कर पायेगा
  • गुजरात में 182 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव दो चरणों में 9 व 14 दिसंबर को होने हैं

नई दिल्ली:

गुजरात विधानसभा के लिए तेज होते चुनाव प्रचार के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चिट्ठी लिखकर जातिवाद के नाम पर वोट नहीं देने की अपील की है।

गुजराती में लिखी गई इस चिट्ठी में मतदाताओं से जातिवाद को खारिज कर विकास के नाम पर वोट देने की अपील की गई है। चिट्ठी में मोदी ने कहा है, 'याद करें कि 22 साल पहले गुजरात कैसा था। आज गुजरात और विकास एक-दूसरे के पूरक बने हुए हैं।'

पीएम मोदी ने कहा, 'दीपावली के बाद लोकशाही का पर्व आ रहा है, 22 साल पहले गुजरात कैसा था और अब कैसा है, आप सब लोगों ने मेरे साथ गुजरात के विकास में सहभागी बन कर गुजरात को विश्व के एक अलग पहचान दी, गुजरात का ये विकाश आप की वजह से हवा है। गुजरात और विकास एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं।'

उन्होंने लिखा, '24 घंटे बिजली, बहेतरीन सड़कें, महिलाओं की सुरक्षा, व्यापार, रोजगार, शिक्षा हर क्षेत्र में गुजरात गतिशील रहा है। ये विकास गुजरात को आसानी से नहीं मिला इसके लिए गुजरात ने बड़ा संघर्ष किया है।'

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पीएम ने पत्र में लिखा, 'केंद्र में यूपीए सरकार थी तभी भी गुजरात सबका साथ, सबका विकास के नारे पर आगे बढ़ता गया, गुजरात के प्राण समान नर्मदा योजना का काम सालों तक रुका रहा, केंद्र में अपनी सरकार आते ही हमने ये काम पुर्ण किया ओर राष्ट्र को अर्पण किया।'

उन्होंने कहा, 'पिछले तीन सालों से जनता ने मुझे देश संभालने की जिम्मेदारी दी, इतने कम समय में हमने, जन धन योजना, मुंद्रा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, फसल बीमा योजना, कृषि सिंचाई योजना, और कई सारी योजनाओं की शुरुआत की।'

पत्र में पीएम ने इशारों-इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा 'भूतकाल में गुजरात की दशा ऐसी थी, जिसकी कल्पना 22 से 25 साल का नौजवान नहीं कर पायेगा। अपने राजनितिक लाभ के कारण गुजरात को जाति और कॉमवाद में बांट दिया गया था। सत्ता के भूखे लोग इस बार भी इसी तरह की राजनीति कर रहे हैं।'

पीएम ने लिखा, 'ऐसे वक्त में नौजवानों की जिम्मेदारी है कि वो गुजरात को और ऊंचा ले जायें और जातिवाद, कॉमवाद और वंशवाद से गुजरात को बचायें।

केंद्र और राज्य दोनों में विकासशील सरकार है, कुछ क्षेत्रों में हमें ओर भी आगे जाना है। विकास ही सभी समस्याओं का समाधान है।'

प्रधानमंत्री ने पत्र का अंत करते हुए लिखा, 'जातिवाद नहीं, विकासवाद। कॉमवाद नहीं, विकासवाद। वंशवाद नहीं, विकासवाद। परिवारवाद नहीं, विकासवाद।'

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आपको बता दें कि कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सोशल इंजीनियरिंग का कार्ड खेल रही है। 22 साल से सत्ता से बाहर कांग्रेस आंदोलनों से उभरे हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी को करीब-करीब साथ ला चुकी है।

गुजरात में 182 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव दो चरणों में 9 व 14 दिसंबर को होने हैं। मतों की गणना 18 दिसंबर को होगी।

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