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यूपी: मदरसों में NCERT पाठ्यक्रम के बाद होगा एक और बदलाव, कॉमन ड्रेस होगा लागू

उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में मदरसों और इस्लामी शैक्षणिक संस्थानों को और बेहतर बनाने की कवायद में जुट गई है। अब पाठ्यक्रम के बाद ड्रेस कोड में बदलाव किया जाएगा।

Updated on: 03 Jul 2018, 09:02 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में मदरसों और इस्लामी शैक्षणिक संस्थानों को और बेहतर बनाने की कवायद में जुट गई है। अब पाठ्यक्रम के बाद ड्रेस कोड में बदलाव किया जाएगा

इस कड़ी में प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मदरसों में ड्रेस कोड लागू किया जाएगा

समाचार एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'मदरसों को अन्य शैक्षणिक संस्थानों के बराबर लाना हमारा उद्देश्य है। अभी मदरसों में बच्चे कुर्ता-पायजामा पहनते है ड्रेस कोड लागू किया जाएगा और हम बच्चों को यूनिफॉर्म मुहैया करवाएंगे

मदरसों में ड्रेस कोड क्या होगा इसे लेकर अभी फैसला नहीं किया गया है

इससे पहले यूपी सरकार मदरसों में होने वाली पढ़ाई के सिलेबस में बदलाव कर चुकी है। बाकी स्कूलों की तरह मदरसों में भी एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया था।

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मदरसों की शिक्षा में NCERT पाठ्यक्रम लागू होने के बाद बच्चों को उर्दू के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी भी पढ़ाई जाएगी

गौरतलब है प्रदेश सरकार ने 2017-18 के लिए राज्य के बजट में अल्पसंख्यक कल्याण के लिए लगभग 1700 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।

मान्यता प्राप्त मदरसों और प्राथमिक विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा देने के लिए सरकार ने 394 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।

शिक्षा विभाग द्वारा मानकों का पालन नहीं किए जाने के कारण सरकार ने सितंबर में राज्य के 46 मदरसों को अनुदान दिए जाने पर रोक लगा दी थी।

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