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बिहार को मत बनाओ घोटाला विहार, गरीबों पर रहम करो नीतीश कुमार: लालू यादव

उल्लेखनीय है कि पटना में शौचालय बनाने के नाम पर स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) द्वारा 13 करोड़ रुपये की राशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है।

Updated on: 04 Nov 2017, 08:35 PM

highlights

  • पटना में शौचालय बनाने के नाम पर स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) द्वारा 13 करोड़ रुपये की राशि के बंदरबांट का मामला
  • तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी शौचालय निर्माण में गड़बड़ी को लेकर नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस को लेकर तंज कसा

नई दिल्ली:

बिहार के पटना जिले में शौचालय निर्माण के नाम पर 13 करोड़ रुपये की बंदरबांट को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शनिवार को बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तंज कसा है।

लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए सवालिया लहजे में ट्वीट कर लिखा, 'चारा घोटाले में इन लोगों ने कहा था कि लालू सारा चारा खा गए। अब शौचालय घोटाले में वो क्या बोलेंगे, नीतीश क्या खा गए?'

राजद अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट को 'ब्रेकिंग' बताते हुए लिखा, 'बिहार में अब करोड़ों का शौचालय घोटाला। कागजों मे ही हजारों शौचालय खा गई नीतीश सरकार। शौचालय भी नहीं छोड़े? मुख्यमंत्री ईमानदार है, है ना?'

इस संबंध में एक ट्वीट को री-टवीट कर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा, 'नीतीश सरकार को घोटालों की 'सोच' कभी भी आ सकती है।'

इधर, लालू के पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी शौचालय निर्माण में गड़बड़ी को लेकर नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस को लेकर तंज कसते हुए निशाना साधा है।

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तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, 'बिहार में अब करोड़ों का शौचालय घोटाला! महीने में अनेकों घोटाले होते उजागर। फिर भी हमार घोटाला बाबू ईमानदार। जय हो जीरो टॉलरेन्स बाबू।'

एक अन्य ट्वीट में राजद नेता तेजस्वी ने लिखा, 'नीतीश सरकार ने अब 10 हजार शौचालयों के करोड़ों-करोड़ डकार लिए। नीतीश जी 'जीरो टॉलरेंस ऑन ऑनेस्टी' के सबसे बड़े 'ब्राण्ड एंबेसडर' बन चुके हैं।'

उल्लेखनीय है कि पटना में शौचालय बनाने के नाम पर स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) द्वारा 13 करोड़ रुपये की राशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है।

आरोप है कि पटना में शौचालय बनाने का पैसा लाभुकों को सीधे खाते में भेजने के बजाय लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) ने तीन स्वयंसेवी संस्थाओं के खाते में भेज दिया गया।

इस मामले में लेकर पटना के गांधी मैदान थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

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