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बिहार में अल्पावास गृह की सुरक्षा में तैनात किए जा सकते हैं ट्रांसजेंडर, सीएम नीतीश कुमार ने संभावनाएं तलाशने के दिए आदेश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से पूछताछ की है क्या ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को महिलाओं के अल्पावास गृह के लिए सुरक्षा गार्ड के रूप में रखा जा सकता है या नहीं।

Updated on: 18 Jul 2018, 12:10 PM

पटना:

बिहार में अल्पावास गृहों में ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात किया जा सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके लिए अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने को कहा है।

नीतीश कुमार ने इसे लेकर ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड के एक सदस्य से भी मुलाकात की है।

बता दें कि हाल ही में छपरा जिले के अल्पावास गृह में वॉचमैन के द्वारा दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद नीतीश कुमार ने अधिकारियों से राय मांगी है।

पिछले महीने भी मुजफ्फरपर में एक अल्पावास गृह में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

बिहार सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के अंतर्गत संचालित होने वाली अल्पावास गृह में हिंसा की शिकार महिलाओं को नि:शुल्क सुरक्षित आवास की सुविधा दी जाती है।

राज्य के करीब 24 जिलों में संचालित होने वाली अल्पावास गृह का उद्देश्य उत्पीड़ित महिलाओं को आश्रय के अलावा चिकित्सा और सामाजिक और आर्थिक रूप से पुनर्वासित करने का है।

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