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ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में कोरोना से संक्रमित हुए तुर्की के खिलाड़ी, IOC को ठहराया जिम्मेदार

लंदन में इस प्रतियोगिता में यूरोपीय देशों के लिये लगभग 350 पुरुष और महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था. यह यूरोप से तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का पहला मौका था.

Updated on: 26 Mar 2020, 11:55 PM

इस्तांबुल:

तुर्की मुक्केबाजी महासंघ ने लंदन में ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के दौरान अपने तीन मुक्केबाजों और कोच के कोरोना वायरस के संक्रमण में आने पर गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और स्थानीय आयोजकों को आड़े हाथों लिया. लंदन में इस प्रतियोगिता में यूरोपीय देशों के लिये लगभग 350 पुरुष और महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था. यह यूरोप से तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का पहला मौका था.

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IOC और लंदन के आयोजकों को बताया जिम्मेदार

तुर्की मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष इयुप गोजेक ने एएफपी से फोन पर कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का मुक्केबाजी कार्यबल और लंदन की स्थानीय आयोजन समिति इस आयोजन के लिये जिम्मेदार है. जब दिसंबर से इस महामारी के कारण पूरा विश्व सतर्क था तब उन्होंने ऐसा व्यवहार किया मानो कुछ हुआ ही न हो और टूर्नामेंट स्थगित नहीं किया.’’

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महासंघ ने इससे पहले कहा है कि लंदन में ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भाग लेने वाले राष्ट्रीय टीम के सदस्य सेरहाट गुलेर और ट्रेनर सैफुल्लाह डी कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजीटिव पाये गए हैं. महासंघ ने बताया कि मुक्केबाजी टीम तीन मार्च को अभ्यास शिविर के लिये शेफील्ड गई थी और 11 मार्च को लंदन पहुंची.

एक ही होटल में रुके थे टीम के सभी सदस्य

टीम के सभी सदस्य एक ही होटल में रूके थे और एक ही कैफे में खाते थे. मुक्केबाजी के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट आईओसी करा रही है क्योंकि मुक्केबाकी की शीर्ष संस्था एआईबीए निलंबित है. तुर्की की टीम 17 मार्च को लौटी जब टूर्नामेंट बीच में ही रोक दिया गया. सभी सदस्यों ने खुद को अलग कर लिया था.