पूर्व हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह से अस्पताल में मिले अमरिंदर सिंह, महाराजा रंजीत सिंह अवार्ड से किया सम्मानित
वह मेलबर्न ओलम्पिक में तो टीम के कप्तान और भारतीय ओलम्पिक दल के ध्वाजावाहक थे. इसके अलावा वे 1975 में विश्व कप जीतने वाली टीम के मैनेजर भी थे.
चंडीगढ़:
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को तीन बार के ओलम्पिक पदक विजेता पूर्व हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर से पीजीआईएमईआर अस्पताल में मुलाकात की और उन्हें महाराजा रंजीत सिंह अवार्ड से सम्मानित किया. अमरिंदर सिंह ने हॉकी खिलाड़ी से कहा कि वे उनका नाम भारत रत्न के लिए भेजेंगे. पिछले सप्ताह ही मुख्यमंत्री ने बलबीर के लिए इलाज के लिए पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद भी की थी. 94 साल के बलबीर सिंह लंदन ओलम्पिक-1948, हेलसिंकी ओलम्पिक-1952 और मेलबर्न ओलम्पिक-1956 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे.
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वह मेलबर्न ओलम्पिक में तो टीम के कप्तान और भारतीय ओलम्पिक दल के ध्वाजावाहक थे. इसके अलावा वे 1975 में विश्व कप जीतने वाली टीम के मैनेजर भी थे. बता दें कि इससे पहले पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने रविवार को ऐलान किया था कि खेल में देश और राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा.
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सोढी ने कहा था कि 18 ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने खेल के क्षेत्र में पंजाब का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है परंतु महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड की शुरुआत 1978 में होने के कारण इन खिलाड़ियों को अब तक राज्य का सर्वोच्च खेल सम्मान नहीं मिला पाया क्योंकि इन्होंने 1978 से पहले राज्य और देश के लिए प्राप्तियां हासिल कीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी का खेल और खिलाड़ियों के लिए प्यार और सत्कार ही है कि उन्होंने पुराने खिलाड़ियों को खेल अवार्ड देने के लिए खेल नीति में संशोधन किया है.
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