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ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर: विकास कृष्ण फाइनल में, अमित पंघल टूर्नामेंट से बाहर

विकास ने पुरुषों के 69 किग्रा में मौजूदा विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के अबलैखान झुससुपोव को कड़े मुकाबले में 3-2 से मात देकर फाइनल में अपनी जगह पक्की.

Updated on: 11 Mar 2020, 10:14 AM

अम्मान:

कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता और तीसरी बार ओलम्पिक का टिकट पाने वाले भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने यहां जारी एशिया/ओसनिया ओलम्पिक क्वालीफायर के सेमीफाइनल में जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघल और कांस्य पदक जीतने वाली लवलिना बोरगोहेन को अपने-अपने वर्ग के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. विकास ने पुरुषों के 69 किग्रा में मौजूदा विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता कजाकिस्तान के अबलैखान झुससुपोव को कड़े मुकाबले में 3-2 से मात देकर फाइनल में अपनी जगह पक्की. फाइनल में विकास का सामना बुधवार को जॉर्डन के जायेद एसाश हुसैन से होगा.

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विकास ने क्वार्टर फाइनल में हासिल की थी एकतरफा जीत
विकास ने इससे पहले, क्वार्टर फाइनल में जापान के सेवोनरेटस ओजाका को एकतरफा अंदाज में 5-0 से मात दी थी और तीसरी बार ओलंपिक कोटा हासिल किया था. एक अन्य मुकाबले में सचिन कुमार ने पहले बॉक्स आफ बाउट मुकाबले में वियतनाम के मानह कुओंग एनगुएन को 4-1 से करारी शिकसत दी. सचिन इसके साथ ही फाइनल बॉक्स आफ बाउट में पहुंच गए है. सचिन अगर फाइनल बॉक्स आफ बाउट में बुधवार को जीत दर्ज करते हैं तो वह ओलंपिक कोटा हासिल करने में सफल रहेंगे. फाइनल बॉक्स आफ बाउट में सचिन के सामने ताजिकिस्तान के शाबोस नेगमातुलोएव की चुनौती होगी. बुधवार को ही एक अन्य बॉक्स आफ बाउट मुकाबले में मनीष का सामना आस्ट्रेलिया के हेरिसन गार्साइड से होगा. मनीष अगर इस मुकाबले को जीतते हैं तो वह भी ओलंपिक टिकट हासिल कर लेंगे.

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सचिन को पिछले मैच में करना पड़ा था हार का सामना
सचिन को इससे पहले, अपने पिछले मुकाबले में चीन के देक्सियान चेंग से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था और फिर बॉक्स आफ बाउट मुकाबले में उतरना पड़ा. भारत के आठ मुक्केबाजों ने अब तक टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर लिया है. इनमें मैरी कॉम (51 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), सतीश कुमार (91 से अधिक किग्रा), अमित पंघल (52 किग्रा) और लवलिना बोरगोहेन घल (69 किग्रा) शामिल है. भारत का अब तक का यह प्रदर्शन 2012 के लंदन ओलंपिक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बराबर है.

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अमित पंघल को झेलनी पड़ी हार
इस बीच, राष्ट्रमंडल खेल एवं एशियाई खेल चैम्पियन टॉप सीड पंघल को 52 किग्रा के सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. रियो ओलम्पिक के कांस्य पदक विजेता चीन के हु जियानगुआन ने एक कड़े मुकाबले में पंघल को 3-2 से मात दी. जियागुआन 2015 में विश्व चैंपियनशिप और 2019 में एशियाई चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं. पंघल ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दक्षिण एशियाई खेलों के चैंपियन फिलिपींस के कार्लो पालम को 4-1 से मात देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी और टोक्यो ओलम्पिक खेलने का अपना सपना पूरा किया था. लवलिना को महिलाओं की 69 किग्रा के सेमीफाइनल में चीन की होंग गु ने मात दी. गु ने लवलिना को 5-0 से पराजित किया.

सेमीफाइनल में लवलिना भी हारीं
विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता और दूसरी सीड लवलिना ने उज्बेकिस्तान की मफतूनाखोन मेलीवा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और ओलम्पिक कोटा हासिल किया था. लवलिना ने पहली बार ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया है. वे मुक्केबाज जो इस टूनार्मेंट में ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर पाए हैं, उनके पास अभी एक मौका है. इन मुक्केबाजों के पास अब मई में पेरिस में होने वाले विश्व क्वालीफायर्स में ओलंपिक कोटा पाने का मौका होगा.