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Birthday Special: भारत की बेटी और पाकिस्तान की बहू सानिया मिर्जा कैसे सोहराब की होते होते रह गई

Happy Birthday Sania Mirza: सानिया की ज़िंदगी को अगर गौर से देखें तो यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. उनकी जिंदगी में मोहब्बत, शादी, ड्रामा वो सब कुछ है जो आप किसी हिंदी फिल्म में देखते हैं.

Updated on: 15 Nov 2019, 11:18 AM

नई दिल्ली:

Happy Birthday Sania Mirza: भारत की बेटी, टेनिस (Tennis) स्टार और पाकिस्तान की बहू सानिया मिर्जा (Sania Mirza) का आज 33वां जन्मदिन है. सानिया का जन्म 15 नवंबर 1986 को हुआ था. सानिया की ज़िंदगी को अगर गौर से देखें तो यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. उनकी जिंदगी में मोहब्बत, शादी, ड्रामा वो सब कुछ है जो आप किसी हिंदी फिल्म में देखते हैं. हालांकि सानिया की ज़िंदगी के बारे में बहुत से लोग बहुत कुछ जानते हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी भी हैं जिन्हें बेहद कम लोग जानते हैं. आज हम उनकी ज़िंदगी के कुछ ऐसे ही पहलुओं पर नज़र डालने की कोशिश करेंगे.

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14 साल की छोटी उम्र में शुरू कर दिया था खेलना
टेनिस के प्रति सानिया मिर्जा के लगाव का अंदाजा इसी से चल जाता है कि उन्होंने महज 14 साल की उम्र में ही टेनिस रैकेट पकड़ लिया था और टेनिस की दुनिया में झंडे गाड़ने शुरू कर दिए थे. सानिया का बचपन हैदराबाद में ही गुजरा और हैदराबाद में ही टेनिस की सारी बारीकियों को सीखा. बता दें कि 1999 में कैरियर शुरू करने वाली सानिया मिर्जा ने 2000 में पाकिस्तान में खेले गए इंटेल जूनियर चैंपियनशिप जी-5 मुकाबले में सिंगल और डबल गेम में जीत दर्ज की. इस चैंपियनशिप के डबल मुकाबले में सानिया की जोड़ी पाकिस्तान की जाहरा उमर खान के साथ थी.

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सानिया मिर्जा ने साल 2003 से 2013 तकरीबन 1 दशक तक महिला टेनिस संघ (WTA) के एकल और डबल में शीर्ष इंडियन प्लेयर के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा. हालांकि सिंगल टूर्नामेंट से रिटायरमेंट के बाद उनकी जगह पर अंकिता रैना ने कब्जा जमा लिया. गौरतलब है कि सानिया मिर्जा के लिए वर्ष 2003 सबसे खास है. दरअसल, इस साल वाइल्ड कार्ड एंट्री लेकर सानिया ने विम्बलडन में डबल्स मैच में जीत दर्ज की थी.

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कई पुरस्कार से नवाजी जा चुकी हैं सानिया
सानिया मिर्जा को 2004 में शानदार प्रदर्शन के लिए 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सानिया मिर्जा के जीवन की एक और खास बात यह है कि उन्हें बहुत ही छोटी उम्र में 2006 में पद्म श्री से सरकार ने सम्मानित किया. बता दें कि यह सम्मान हासिल करने के लिए सानिया मिर्जा का नाम सबसे कम उम्र की खिलाड़ी के तौर पर दर्ज है. सानिया को 2006 में WTA का मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर एवार्ड भी मिल चुका है. 2005 में सानिया मिर्जा की अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग 42 थी. इसके अलावा 2009 में भारत की ओर से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बनी थीं.

महेश भूपति के पिता से ले चुकी हैं ट्रेनिंग
सानिया मिर्जा ने अपनी शुरुआती ट्रेनिंग महेश भूपति के पिता और टेनिस प्लेयर सीके भूपति से ली थी. सानिया मिर्जा को टाइम मैगजीन खास जगह दे चुका है. अक्टूबर 2005 में टाइम ने सानिया को एशिया के 50 नायकों में नामित किया था.

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तेलंगाना की ब्रांड एंबेसडर हैं सानिया
मौजूदा समय में सानिया मिर्जा तेलंगाना की ब्रांड एंबेसडर हैं. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो वह भी खेल से ही जुड़ी है. दरअसल, सानिया के पिता इमरान मिर्जा मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी गुलाम अहमद के रिश्ते में भाई लगते हैं. इसके अलावा सानिया मिर्जा के मामा फैयाज हैदराबाद रणजी टीम में विकेट कीपर रह चुके हैं.

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उतार-चढ़ाव भरी रही है पर्सनल लाइफ
सानिया मिर्जा की पर्सनल लाइफ काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है. 2009 में सानिया के बचपन के दोस्त सोहराब से उनकी सगाई हुई, लेकिन निजी कारणों की वजह से टूट गई. उस दौरान सानिया की जिंदगी काफी उथलपुथल भरी थी. ऐसे ही नाजुक वक्त में सानिया की जिंदगी में शोएब मलिक आए और 2010 में ही दोनों ने शादी कर ली. हालांकि दोनों की शादी को लेकर काफी बवाल भी मचा. पिछले साल 30 अक्टूबर 2018 को दोनों के घर एक बेटे का जन्म हुआ. दोनों ने उसका नाम इजान मलिक मिर्जा रखा है.