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राष्ट्रमंडल खेल 2022 : बहिष्कार का प्रस्ताव कायम, लेकिन दोबारा विचार के संकेत

Commonwealth Games 2022 : भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) (आईओए) (Indian Olympic Association) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा है कि 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) से निशानेबाजी को बाहर करने के विरोध में बहिष्कार का प्रस्ताव अब भी कायम है, ले

Updated on: 15 Nov 2019, 09:00 AM

नई दिल्ली:

Commonwealth Games 2022 : भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) (आईओए) (Indian Olympic Association) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा है कि 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) से निशानेबाजी को बाहर करने के विरोध में बहिष्कार का प्रस्ताव अब भी कायम है, लेकिन उन्होंने संकेत दिए हैं कि इस फैसले पर दोबारा विचार किया जा सकता है. राष्ट्रमंडल खेलों महासंघ के अध्यक्ष लुईस मार्टिन और सीईओ डेविड ग्रेवेम्बर्ग से बैठक के बाद बत्रा ने कहा कि खेलों से बहिष्कार करने के जुलाई में किए गए प्रस्ताव के संबंध में निर्णय आईओए कार्यकारी समिति और आम सभा द्वारा लिया जाएगा, जिसके अगले महीने बैठक करने की उम्मीद है.

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मार्टिन, ग्रेवेम्बर्ग और आईओए महासचिव राजीव मेहता के साथ प्रेस कांफ्रेंस में बत्रा ने कहा, मैंने बहिष्कार शब्द का इस्तेमाल किया, वो उचित नहीं था. मुझे इसे कहना चाहिए था कि हम इन खेलों से हट रहे हैं. सीजीएफ दल के साथ बैठक सफल और फलदायी रही लेकिन 2022 राष्ट्रमंडल खेलों से हटने का प्रस्ताव अब भी कायम है. आईओए प्रमुख ने कहा, हमने यह प्रस्ताव करीब छह महीने पहले तैयार किया था. अब हम सीजीएफ अधिकारियों के साथ आज हुई चर्चा पर विचार करेंगे. हम अपनी कार्यकारी समिति की बैठक में और फिर आम सभा की बैठकों में इस पर फैसला करेंगे.

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ग्रेवम्बर्ग ने कहा कि सीजीएफ को उम्मीद है कि आईओए इस फैसले पर दोबारा विचार करेगा लेकिन कहा कि यह भारत का विशेषाधिकार है कि वह 2022 खेलों का बहिष्कार करे या नहीं करे. इस संकेत पर कि आईओए को बहिष्कार के प्रस्ताव पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है, बत्रा ने कहा, हमने बर्मिंघम खेलों के समय के दौरान ही 2022 में राष्ट्रमंडल निशानेबाजी चैम्पियनशिप कराने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें हमने प्रस्ताव दिया था कि भारत को राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में निशानेबाजी में जितने पदक मिलते, उन्हें 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की पदक तालिका में जोड़ दिया जाए.

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उन्होंने कहा, उन्होंने (सीजीएफ अधिकारियों) ने इस प्रस्ताव पर कोई आश्वासन नहीं दिया है. खेल मंत्री कीरेन रीजीजू ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया और उन्होंने कहा कि सीजीएफ ने भारत की चिंता को गंभीरता से लिया है और इसका हल निकालने के लिये काम करने पर सहमति जताई है. रीजीजू ने कहा, हम समझते हैं कि निशानेबाजी राष्ट्रमंडल खेलों में वैकल्पिक खेल है लेकिन हमने अपनी चिंता व्यक्त कर दी है और इस मुद्दे को राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष लुईस मार्टिन ने अच्छी तरह समझ लिया है. उन्होंने कहा, आज हमारी चर्चा फलदायी रही और मैं सराहना करता हूं कि सीजीएफ ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है. हमें कुछ और दौर की चर्चा करनी होगी लेकिन मैं खुश हूं कि हमने सकारात्मक शुरूआत की है.