एशियाई फुटबॉल परिसंघ ने पीके बनर्जी के निधन पर जताया शोक
पीके बनर्जी 83 साल के थे. बनर्जी ने 2.40 बजे अंतिम सांस ली. बनर्जी ने भारतीय टीम के कप्तान के अलावा कोच और तकनीकी निदेशक पद पर काम किया.
नई दिल्ली:
एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) ने शुक्रवार को भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान, कोच और तकनीकी निदेशक प्रदीप कुमार (पीके) बनर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया. एएफसी ने एक ट्वीट में कहा, "एएफसी में हम भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कोच और तकनीकी निदेशक श्री प्रदीप कुमार बनर्जी के निधन पर शोकाकुल हैं." एएफसी से पहले अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने भी बनर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया.
ये भी पढ़ें- डेविड वार्नर ने द हंड्रेड क्रिकेट टूर्नामेंट से वापस लिया नाम, कोरोना नहीं.. बल्कि ये है वजह
अपने कामों की वजह से हमेशा अमर रहेंगे प्रदीप दा
एआईएफएफ प्रमुख प्रफुल्ल पटेल ने अपने बयान में कहा कि प्रदीप दा हमेशा अपने कार्यों के कारण अमर रहेंगे. वह भारतीय फुटबाल के महानतम सपूतों में से एक थे. भारतीय फुटबाल में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. वह भारतीय फुटबाल के स्वर्णिम काल के प्रतीक थे. मैं अखिल भारतीय फुटबाल परिवार की ओर से प्रदीप दा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं."
ये भी पढ़ें- कोरोनावायरस के कारण 23 मार्च से बंद रहेंगे भारतीय बैडमिंटन संघ के दफ्तर
शुक्रवार 2.40 बजे ली थी आखिरी सांस
बनर्जी 83 साल के थे. बनर्जी ने 2.40 बजे अंतिम सांस ली. बनर्जी ने भारतीय टीम के कप्तान के अलावा कोच और तकनीकी निदेशक पद पर काम किया. बनर्जी पिछले महीने भर से सीने में संक्रमण से जूझ रहे थे. बीते दिनों स्वास्थ्य खराब होने के बाद उन्हें यहां के मेडिका सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बनर्जी कई दिनों से फुल सपोर्ट वेंटिलेटर पर थे लेकिन शुक्रवार को तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका.
ये भी पढ़ें- मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी का स्तर सुधारें, इंसान की इज्जत करें: सुनील गावस्कर
कई बड़े पुरस्कारों से किए जा चुके हैं सम्मानित
1961 में अर्जुन पुरस्कार और 1990 में पद्म श्री से नवाजे जा चुके बनर्जी 1962 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य थे. बनर्जी ने फाइनल में भारत के लिए गोल भी किया था. अर्जुन पुरस्कार की शुरुआत 1961 में हुई थी और यह पुरस्कार पहली बार बनर्जी को ही दिया गया था. अपने करियर में पीके बनर्जी ने कुल 45 फीफा एक क्लास मैच खेले और 14 गोल किए. वैसे उनका करियर 85 मैचों का था, जिनमें उन्होंने कुल 65 गोल किए.
तीन एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पीके बनर्जी ने दो बार ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया. फुटबाल के लिए उनकी सेवाओं के लिए फीफा ने 2004 में अपने सर्वोच्च सम्मान-फीफा ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया. बनर्जी अपने पीछे दो बेटियों-पाउला और पिक्सी को छोड़ गए हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य