logo-image

IPL12, RR vs CSK: धोनी के बचाव में उतरे मैच रेफरी, कही यह बड़ी बात

इस मामले से जुड़े एक शख्स ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि लेग अंपायर ब्रूस ओक्सफोर्ड के बयान के बाद ही मैच रेफरी ने फैसला सिर्फ मैच फीस के जुर्माने तक रखा नहीं तो महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की सजा ज्यादा भी हो सकती थी.

Updated on: 12 Apr 2019, 08:54 PM

नई दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में गुरुवार को हुए मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के आखिरी ओवर में मैदान पर आने पर काफी बवाल खड़ा हो गया है. राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ खेले गए इस मैच में आखिरी ओवर में एक फुलटॉस पर नो बॉल दिए जाने और फिर इस फैसले को पलटने के कारण महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) नाराज हो गए थे और मैदान पर आ गए थे. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के इस बर्ताव के कारण उन पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया है.

और पढ़ें: IPL 12: मैदान में घुसकर अंपायरों से भिड़ने की वजह से धोनी की हो रही है जबरदस्त आलोचना, इन खिलाड़ियों ने लिया आड़े हाथ 

इस मामले से जुड़े एक शख्स ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि लेग अंपायर ब्रूस ओक्सफोर्ड के बयान के बाद ही मैच रेफरी ने फैसला सिर्फ मैच फीस के जुर्माने तक रखा नहीं तो महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की सजा ज्यादा भी हो सकती थी. 

सूत्र के मुताबिक, 'मैच के बाद जब सभी लोग मैच रेफरी के कमरे में मिले तो ओक्सेनफोर्ड ने यह साफ कर दिया था कि वह चेन्नई के कप्तान केमैदान पर आने और नो बॉल के बारे में चर्चा करने को लेकर बुरा महसूस नहीं कर रहे हैं.'

और पढ़ें: IPL12, RR vs CSK: नो बॉल विवाद पर धोनी के समर्थन में आए कोच स्टीफन फ्लेमिंग, जानें क्या कहा 

एक ओर अंपायर यह समझ रहे हैं कि यह उस पल की गंभीरता को लेकर लिया गया फैसला था वहीं कुछ पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के इस कदम की आलोचना कर रहे हैं.